अमरावती /दि.11- बडी हिफाज से वह नवजात को लेकर प्रेमी के सामने गई. अपने प्यार के प्रतिक नवजात का पितृत्व स्वीकारने का उसने अनुरोध किया. उसके इंकार करते ही वह उसके पैर में गिर गई. लेकिन वह अपनी भूमिका पर कायम रहा. उसने विवाह और बच्चे का पितृत्व स्वीकारने से इंकार किया रहने से प्रेमिका आखिरकार प्रसूत के 9 दिन बाद पुलिस स्टेशन पहुंच गई.
इस प्रकरण में पीडित युवती की शिकायत पर तिवसा पुलिस ने 9 सितंबर की रात वर्धा जिले के कामठी निवासी आरोपी चंद्रशेखर शेलके के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया है. शिकायत के मुताबिक 25 वर्षीय पीडित युवती के आरोपी चंद्रशेखर के साथ कुछ माह पूर्व प्रेम संबंध स्थापित हुए थे. दोनों ने साथा जीने मरने की कसम खाई. सोशल मीडिया पर संवाद से प्यार और मजबूत हुआ. आरोपी ने उसे विवाह का प्रलोभन दिया और शारीरिक संबंध स्थापित किए. इन संबंधों के चलते पीडिता गर्भवती हो गई. तब उसने चंद्रशेखर पर शादी के लिए दबाव डालना शुरु किया. लेकिन वह टालमटोल करने लगा. अगस्त के अंतिम सप्ताह में पीडिता को उसके परिवार के सदस्यों ने तिवसा परिसर के एक अस्पताल में भर्ती किया. 30 अगस्त को उसकी प्रसूति हुई और बच्चे को जन्म दिया.
* वह अपनी भूमिका पर तटस्थ
अस्पताल से छुट्टी मिलते ही पीडिता ने आरोपी चंद्रशेखर से संपर्क किया. एक दूसरे के प्यार के प्रतिक के रुप में मासूम बच्चे ने जन्म लिया है. इस कारण अब विवाह करने का उसने अपने प्रेमी से अनुरोध किया. इसके बावजूद चंद्रशेखर ने पितृत्व स्वीकार करने और विवाह करने से भी इंकार कर दिया. इस कारण पीडिता हताश हो गई और 9 सितंबर को तिवसा थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज की. लेकिन घटना स्थल वर्धा जिले के सेलू पुलिस थाना क्षेत्र का रहने से प्रकरण को सेलू थाना रेफर कर दिया गया है.