लडकियों लक्ष्य को फोकस करो, सफलता कन्फर्म
मुस्लिम समाज की पहली महिला सीए शिफा खान का कहना
* एवरेज से उठकर मेधावी छात्रा बनी
* बधाई का तांता लगा
अमरावती/ दि. 2- अमरावती में मुस्लिम समाज की पहली छात्रा शिफा खान सीए क्वालीफाई हो जाने से उन्हें बधाई का तांता लगा है. कैम्प निवासी शिफा नजीब खान ने कहा कि सीए की पढाई कठिन अवश्य है. किंतु हम फोकस्ड रहे तो सफलता मिलती है. पहले ही प्रयत्न में सीए फाइनल उत्तीर्ण करनेवाली शिफा खान ने एवरेज स्टुडंट से आगे बढकर मेधावी छात्रा के रूप में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त की. वह मुंबई विश्वविद्यालय से एम. कॉम. मेरिट में उत्तीर्ण कर चुकी है. इतना ही नहीं तो अभी चार्टर्ड अकाउंटंट बनी शिफा खान को अमेरिका की सीपीए डिग्री की चाह है. शिफा ने सीपीए यूएस के लिए आवश्यक योग्यता हासिल कर ली है. अमरावती मंडल से आज दोपहर बातचीत में शिफा ने स्वयं अपनी आगे की प्लानिंग बतलाई. शिफा अपने माता-पिता नजीब खान और शबाना खान की इकलौती पुत्री है. उनके बडे भाई ताबीश खान सिविल इंजीनियर है.
* नियमित पढाई आवश्यक
शिफा खान ने बताया कि उन्होंने सीए की फाइनल परीक्षा के समय ऑनलाइन कोचिंग ली थी. उसके पहले के दोनों चरण उन्होंने अपने आप बगैर कोचिंग के पास कर लिए थे. उन्होंने बताया कि सीए की पढाई कठिन जरूर है. किंतु नियमित अभ्यास से इसे भी सफल किया जा सकता है. वह रोजाना 7-8 घंटे पढाई करती थी. यही कदाचित उनकी कामयाबी का राज है.
* गोल्डन किड्स और केएल की छात्रा
शिफा नजीब खान ने कक्षा 10 वीं की पढाई प्रसिध्द गोल्डन किड्स शाला से की. उसी प्रकार 11 वीं और 12 वीं की पढाई कॉमर्स एज्युकेशन के लिए पश्चिम विदर्भ में प्रसिध्द केशरबाई लाहोटी महाविद्यालय से की. कक्षा 12 वीं में उन्हें 74 प्रतिशत अंक मिले थे. बी.कॉम. अमरावती विश्वविद्यालय से करने के पश्चात एम. कॉम की उपाधि उन्होंने मुंबई यूनिवर्सिटी से हासिल की. उन्हें 92 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए थे.
* छात्राओं से शिफा का कहना
अमरावती मंडल से बातचीत में शिफा खान ने कहा कि वे छात्राओं से शिक्षा क्षेत्र में आगे बढने का आवाहन करना चाहती है. उनका कहना है कि अपने लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित कर देने से सफलता निश्चित है. लोग क्या कह रहे हैं, क्या कर रहे हैं यह निगलेक्ट करना ही बेहतर रहता है. शिफा को रीडिंग के साथ कुकिंग का शौक है.