अमरावती

लड़कियां स्वयं की रक्षा स्वयं ही करे

कंचनताई मुरके का आवाहनविनायक महाविद्यालय में महिला सक्षमीकरण चर्चासत्र का आयोजन

अमरावती प्रतिनिधि/दि.३ – स्त्रियों पर होनेवाली अत्याचार की आग बुझने का नाम ही नहीं ले रही है. फिर से क्रुरतापूर्वक निर्घुण हत्या की बात सामने आयी है. हाथरस में एक १९ वर्षीय युवती के साथ हृदयविदारक घटना घटी है. इस घटना में आरोप-प्रत्यारोप किया जाये तो क्या है? व्यक्तिगत विचारों का उत्खनन होता जा रहा है.ऐसी घटना सुनकर हृदय को बड़ी ही चोट महसूस होती है. बहन के कलेजे पर चोट पहुंचाने वाले को सजा होगी तब होगी परंतु ऐसे नराधमों को तुम्ही सजा दो. तुम्ही तुम्हारी सुरक्षा कवच बनो. कारण तुम्हे वस्त्र देने के लिए कोई भी कृष्ण दौड़कर नहीं आयेगा, ऐसा मार्गदर्शन कंचनताई मुरके ने किया है.
वे इस समय विनायक महाविद्यालय मेें आयोजित विद्यार्थियों के चर्चासत्र में बोल रही थी. इस सत्र में महाविद्यालयीन छात्राओं से ऑनलाईन प्रश्न पूछकर अपनी शंकाओं का समाधान किया.
स्त्रीयों पर बढ़ते हुए अत्याचार को ध्यान में रखकर महाविद्यालय की सिमरेला देशमुख ने वुमन सेल अंतर्गत विद्यार्थियों के लिए चर्चासत्र का आयोजन प्राचार्य डॉ.पद्माकर टाले सर के मार्गदर्शन में किया था. इस कार्यक्रम की शुरूआत डॉ. कविता काकडे के हाथो सावित्रीबाई फुले की प्रतिमा का पूजन करके की गई. इस कार्यक्रम की अध्यक्षा कंचनताई मुरके थी.. इस समय डॉ. कविता ने कहा कि पुरूष प्रधान संस्कृति होने से आज भी स्त्रीयो का स्थान श्रेष्ठ है. परंतु इसमें उसे कैसे सक्षम होना चाहिए स्वयं को कैसे सिध्द करना है इसका पूरा नियोजन करके अस्तित्व निर्माण करने की प्रेरणा दी.
इस कार्यक्रम का संचालन अपने मधुर शब्दों से सिमरेला देशमुख मॅडम व आभार ममता मेहता मॅडम ने माना. इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रा.राजेश बजाज, प्रा. दिनेश क्षीरसागर, प्रा. मोटवानी ने अथक प्रयास किए.

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