गठाई कामगारों को शासन आर्थिक सहायता दें
राष्ट्रीय चर्मकार महासंघ व गठाई कामगार आघाडी की मांग
अमरावती/प्रतिनिधि दि.२० – कोरोना महामारी के चलते लगाए गए लॉकडाउन की वजह से गांव व शहरों के फुटपाथ पर बैठकर जूते, चप्पल सिकर व बूट पॉलिश का व्यवसाय कर अपने परिवारों का उदरनिर्वाह करने वाले गठाई कामगारों पर भूखे मरने की नौबत आ गई है.
पिछले डेढ साल से रेल्वे स्टेशन, बसस्थानक परिसर, शहर व गांव के चौक चौराहे विरान पडे हुए है. जिसके चलते यह छोटा-मोटा व्यवासाय करने वाले व्यवसायियों का भी व्यवसाय ठप पड गया है. इन व्यवसायियों को शासन आर्थिक मदद दें ऐसी मांग राष्ट्रीय चर्मकार महासंघ के जिलाध्यक्ष निलेश जामठे तथा गठाई कामकार आघाडी के जिलाध्यक्ष दिलीप वरजे ने की है.
चर्मकार महासंघ के जिलाध्यक्ष जामठे तथा गठाई कामकार आघाडी के दिलीप वरजे ने बताया कि, लॉकडाउन के चलते इन सभी व्यवसायियों का व्यवसाय बंद हो जाने की वजह से उन पर आर्थिक संकट मंडरा रहा है. गठाई कामगार शहर व गांव के फुटपाथों पर व्यवसाय करते थे साथ ही रेल्वे स्टेशन व बसस्थानक पर भी बुट पॉलिश का काम किया जाता था. किंतु लॉकडाउन के चलते रेल्वे स्थानक व बसस्थानक पर भी विरानी छायी हुई है. जिसकी वजह से गठाई कामगारों पर भूखे मरने की नौबत आन पडी है. इन गठाई कारिगरों को शासन आर्थिक मदद दे ऐसी मांग प्रेस विज्ञप्ती द्बारा की गई है.