अमरावती

अस्पताल से डिस्चार्ज होनेे वाले मरीजों को पक्के बिल दें

जिलाधिकारी शैलेश नवाल ने जारी किए निर्देश

अमरावती/दि.1 – निजी अस्पतालों में कोरोना का उपचार ले रहे मरीजों को बढाचढाकर बिल दिए जा रहे थे ऐसी अनेकों शिकायतें जिलाधिकारी कार्यालय में आयी थी. इस संदर्भ में जिलाधिकारी शैलेश नवाल ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया और कहा कि, अस्पताल से डिस्चार्ज होने वाले मरीजों को पक्के बिल दिए जाए ऐसे निर्देश जारी किए. जिलाधिकारी शैलेश नवाल ने कहा कि, जिन अस्पतालों द्बारा पक्के बिल नहीं दिए जा रहे उन अस्पतालों की शिकायत करें. साथ ही निजी अस्पतालों को अपने अस्पताल का रिकार्ड मनपा को देने के लिए कहा. जो अस्पताल रेकार्ड नहीं देंगे उन पर कार्रवाई किए जाने की चेतावनी जिलाधिकारी शैलेश नवाल ने सोमवार को दी.
जिलाधिकारी नवाल ने कहा कि, कोरोना के उपचार के लिए प्रशासन द्बारा निश्चित की गई दर ही मरीजों से ले. निजी अस्पतालों में कोरोना उपचार के लिए लगने वाली औषधियां, ऑक्सीजन बेड, आयसीयू व सभी सुविधाओं के शासन द्बारा दर निश्चित कर दिए गए है. उसी के अनुसार मरीजों से बिल लिए जाए तय दर से ज्यादा दर लिए जाने पर संबंधित अस्पताल के खिलाफ कडी कार्रवाई भी की जाएगी ऐसे आदेश जिलाधिकारी द्बारा जारी किए गए.
जिला प्रशासन द्बारा इस संदर्भ में नियंत्रण रखने हेतु उपजिला अधिकारी दर्जे के अधिकारी की नियुक्ति की गई है. ज्यादा बिल वसूले जाने की शिकायत सीधे जिला प्रशासन के साथ संपर्क स्थापित कर शिकायत करने का आहवान भी जिलाधिकारी शैलेश नवाल ने नागरिकों से किया है.

दो निजी अस्पतालों से ऑडिट रिपोर्ट मंगवाई गई

शहर के अनेकों निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों पर उपचार शुरु है. शहर के बहुत से डॉक्टर कोरोना मरीजों को ठीक करने के लिए विशेष ध्यान दे रहे है ऐसी परिस्थिती में कुछ अस्पतालों ने अपने हररोज के खर्च का हिसाब रखा है. किंतु शहर के पारश्री अस्पताल व किटुकले अस्पताल के हिसाब की रिपोर्ट अभी तक प्राप्त नहीं हुई है जिसमें दोनो ही अस्पतालों से रिपोर्ट मंगवाई गई. ऐसा जिलाधिकारी शैलेश नवाल ने कहा.

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