अमरावती

अंतिम संस्कार हेतु बौद्ध धर्मियों को स्वतंत्र स्मशान भूमि दें

पब्लिक पार्लियामेंट की मांग

अमरावती/दि.13 – बौद्ध धर्मियों को परंपरा अनुसार अंतिम संस्कार करने हेतु स्वतंत्र बौद्ध स्माशन भूमि के लिए जगह उपब्ध करवाए ऐसी मांग पब्लिक पार्लियामेंट व्दारा मनपा प्रशासन से की गई. जिसमें मनपा को इस आशय का निवेदन एड. सिद्धार्थ गायकवाड संयोजक पब्लिक पार्लियामेंट के नेतृत्व में सौंपा गया.
निवेदन में कहा गया है कि बौद्ध समाज में धार्मिक रितिरिवाज व्दारा अंतिम संस्कार किया जाता है. डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की प्रेरणा से हमारे पूर्वजों ने बौद्ध धम्म दीक्षा ली तभी से बौद्ध धर्मियों की धार्मिक प्रथा तथा परंपरा अलग है. उसी प्रकार अंतिम संस्कार करने की भी परंपरा अलग है जिसके लिए परंपरा अनुसार अंतिम संस्कार किए जाने के लिए स्मशान भूमि की आवश्यकता बौद्ध समाज को है.
विगत बीस साल पहले कल्याण नगर छाबडा प्लॉट यहां बौद्ध धर्मियों की स्वतंत्र स्मशान भूमि थी किंतु शहर सौंदर्यीकरण के नाम पर यहां उद्यान का निर्माण करवाया गया. बदले में दूसरी स्मशान भिूम बौद्ध समाज को नहीं दी गई. इसी वजह से फ्रेजरपुरा स्थित संजय गांधी नगर की स्मशान भूमि बौद्ध स्माशन ट्रस्ट को देने की मांग पिछले 15 से 20 वर्षो से प्रलंबित है.
संबंधित स्मशान भूमि को निर्वाण भूमि ऐसा नामकरण कर बौद्ध स्माशान भूमि ट्रस्ट को दे ऐसी मांग निवेदन व्दारा मनपा प्रशासन से की गई. मांग पूरी नहीं किए जाने पर आंदोलन का इशारा भी पब्लिक पार्लियामेंट के संयोजक एड. सिद्धार्थ गायकवाड ने निवेदन व्दारा दिया. इस समय जेष्ठ आंबेडकरी साहित्यिक शिवा प्रधान, धीरज मेश्राम, मीना नागदिवे, प्रतिभा प्रधान, प्रेम यादव, साहबराव नाईक, श्रीकृष्ण तातड, एड. हरिदास खंडारे, संजय महाजन, सैय्यद फुझेल, भागवत, मेश्राम, केशव वानखडे, अविनाश गोंडाणे, एड. भरत खडसे, एड. रवि वर्ठे सहित अनेको कार्यकर्ता उपस्थित थे.

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