पीएम मित्र प्रोजेक्ट को दें गति
राणा दम्पति की केंद्रीय मंत्री गिरिराजसिंह से विनती
* टेक्स्टाइल पार्क से हजारों रोजगार
* किसानों को भी कपास के अच्छे दाम
अमरावती/दि.27 – विधायक रवि राणा और पूर्व सांसद नवनीत राणा ने दिल्ली में देश के वस्त्रोद्योग मंत्री गिरिराजसिंह से भेंट कर उन्हें नांदगांव पेठ एमआईडीसी के पास प्रस्तावित पीएम मित्र प्रकल्प को गति देने और शीघ्रता शीघ्र साकार करने का अनुरोध किया. इस प्रकल्प को पिछले वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मान्यता दी थी और इसके अमरावती सहित चुनिंदा शहरों में स्थापित करने की घोषणा की थी. अत: राणा दम्पति ने यह अनुरोध केंद्रीय मंत्री सिंह से किया. इस समय दम्पति के साथ भारतीय मजदूर संघ के सुधीर रसे, अभय माथने, नारायण बोरेकर, तुषार खेरडे, राजा ठाकरे, गिरीष भोयर, मनीष लाडोले भी उपस्थित थे.
* 10 हजार करोड का निवेश
पीएम मित्र टेक्स्टाइल पार्क में 10 हजार करोड का निवेश होगा. इससे अमरावती और पास पडोस के जिलों के युवक-युवतियों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे. उसी प्रकार कपास उत्पादक किसानों को फसल के अच्छे दाम मिलेंगे. यहां उद्योग लगाने के लिए 11 कंपनियां राजी हो जाने की भी जानकारी है. शीघ्र केंद्रीय समिति यहां का निरीक्षण करने आने वाली है. पश्चिम विदर्भ में कपास आधारित उद्योगों की मांग अनेक वर्षों से हो रही थी. पीएम मित्र प्रकल्प से वह मांग पूर्ण होने जा रही है. प्रकल्प को जल्द से जल्द साकार करने का अनुरोध नवनीत और रवि राणा ने मंत्री महोदय से किया. बताते हैं कि, मंत्री महोदय ने सकारात्मक बात की.
* फिनले मिल शुरु करने का वचन
इसी समय वस्त्रोद्योग मंत्री से अचलपुर की फिनले मिल दोबारा शुरु करने का अनुरोध किया गया. इस पर भी गिरिराजसिंह ने शीघ्रता से कार्यवाही करने का अभिवचन शिष्टमंडल को दिया है. राणा दम्पति ने मंत्री महोदय को बताया कि, फिनले मिल पुन: शुरु होने से न केवल हजारों रोजगार बढेंगे, बल्कि परतवाडा, अचलपुर और पास-पडोस की चांदूर बाजार, अंजनगांव, धारणी व चिखलदरा तहसीलों को भी लाभ हो सकता है. यहां के लोगों को फिनले मिल में रोजगार मिल सकता है. उल्लेखनीय है कि, राष्ट्रीय कपडा निगम एनटीसी ने 2009 में मिल दोबारा शुरु की थी. उसमें 48 हजार स्पिडल, 144 लुम व 24 टीएफओ मशीन लगाई गई. 1 हजार लोगों को रोजगार मिला था. मिल फायदे में थी. 2 वर्षों से अधिकारियों की गलती के कारण मिल बंद होने की जानकारी भी मंत्री महोदय को दी गई.