अमरावती प्रतिनिधि/दि.६ – नांदगांव खंडेश्वर तहसील स्थित ढेंगला के नागरिकों की जमीने साकली प्रकल्प के लिए शासन द्बारा अधिगृहित की गई थी. उस समय गांव की जमीन जिन नागरिकों के नाम पर थी उस जगह पर अतिक्रमण कर रह रहे नागरिकों को जमीन का मुआवजा मिला था. ग्रामपंचायत की ओर से बनावटी टैक्स की रसीद तैयार कर जमीन का मुआवजा उठाया था. जिसमें मूल मालिकों को मुआवजा नहीं मिला था ऐसा आरोप लगाते हुए जमीन का मुआवजा मूल मालक को दिया जाए व संपूर्ण मामले की जांच की जाए ऐसी मांग वंचित बहुजन युवा आघाडी के प्रदेश अध्यक्ष निलेश विश्वकर्मा ने जिलाधिकारी से की. उन्होंने इस आशय का निवेदन भी जिलाधिकारी को सौंपा.
निवेदन में कहा गया है कि ढेंगला के मूल जमीन मालिको को उनकी जमीनों का मुआवजा नहीं मिला. इन जमीन मालिकों को मुआवजा देकर इनके साथ न्याय किया जाए. जिसमें निलेश विश्वकर्मा ने जिलाधिकारी कार्यालय स्थित पुर्नवसन विभाग के उपजिला अधिकारी गायकवाड से भेंट कर 1959 में जब साखली नदी में बाढ आयी थी जिसकी वजह से यहां के नागरिकों को भूमापन क्रमांक 178 में ई-क्लास की जमीन पर विस्थापित किया गया था उसके पश्चात जिलाधिकारी के आदेश दिए जाने के बाद कुछ नागरिकों ने विस्थापित न होते हुए विस्थापितों की जमीन पर अतिक्रमण कर लिया था और बनावटी कागजात बनावकर मुआवजा हासिल किया. जिसमें वंचित रहे जमीन धारकों को मुआवजा दे ऐसी मांग निवेदन द्बारा की गई. इस समय राहुल थोर, धर्मेंद्र शिंदे, मारुती कुसराम, विष्णुपंत गिरी, धनराज मांडवघरे, महेंद्र शिंदे, लक्ष्मण मसराम उपस्थित थे.