भूखंड पाने के बाद भी उद्योग शुरु न करने वालों को नोटीस दें
पालकमंत्री एड.यशोमती ठाकुर ने दिये निर्देश
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औद्योगिक वसाहत को लेकर समीक्षा बैठक
अमरावती प्रतिनिधि/दि. २७ – जिले के मुख्यालय समेत विभिन्न तहसील के औद्योगिक वसाहत के विकास के लिए लगातार प्रयास करना जरुरी है. इसके लिए सभी ओर औद्योगिक विकास की संभावना को देखते हुए इसके अनुसार कृषि प्रक्रिया उद्योग के साथ विभिन्न बातों का समावेश कर परिपूर्ण नियोजन तैयार करे, ऐसे निर्देश राज्य की बाल विकास मंत्री तथा जिले की पालकमंत्री एड.यशोमती ठाकुर (Child Development Minister District Foster Minister Ed Yashomati Thakur) ने दिये. औद्यागिक वसाहत में भूखंड पाने के बाद भी कई वर्षांतक उद्योग शुरु न करने वालों को नोटीस दिया जाए, ऐसे भी निर्देश उन्होंने दिये. जिलाधिकारी कार्यालय में नांदगांव पेठ इसी तरह अन्य तहसीलों के औद्योगिक वसाहत के प्लांट वितरण व मूलभूत सुविधा को लेकर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता में ली गई. इस समय वे बोल रही थी.
इस समय विधायक बलवंत वानखडे, पूर्व जिप सभापति जयंतराव देशमुख, जिलाधिकारी शैलेश नवाल (Collector Shailesh Naval), महाराष्ट्र औद्योगिक विकास महामंडल के अधिकारी राजाराम गुठले, कार्यकारी अभियंता आर.के.बनसोड, उपअभियंता एस.डी.देशमुख, क्षेत्र व्यवस्थापक आर.डी. ठाकरे समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे. इस समय पालकमंत्री यशोमती ठाकूर ने कहा कि तहसील के स्थान पर वसाहत में उद्योग खडे रहे इसके लिए एग्रो जोन तैयार कर कृषि प्रक्रिया उद्योग निर्माण करने के लिए प्रयन्त किया जाए. जहां केवल भूखंड आरक्षित रखे और हकीकत में उद्योग नहीं शुरु किए ऐेसे लोगों को नोटीस दिये जाये. इस समय उन्होंने यह भी कहा है कि औद्योगिक वसाहत के समीप वन जमीन पर वनोद्यान निर्माण किये जाए, सामाजिक उत्तरदायित्व निधि से विभिन्न उपक्रम चलाये, नांदगांव पेठ वसाहत के अतिरिक्त क्षेत्र शुरु किये गए. टे्नसटाइल पार्क में अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध है. यहां निवेश बढाने की दृष्टि से विदर्भ एडवान्टेज जैसे उपक्रम चलाए जायेंगे, ऐसा भी उन्होंने बताया. भारत डायमीक के करीब २२५ हेक्टेयर जमीन दी गई है. वहां कारखाना तैयार होने के बारे में फालोअप लेने के निर्देश दिये है. औद्योगिक वसाहत के विकास की दृष्टि से तज्ञों का मार्गदर्शन लेने और लंबे समय तक विकास को आंखों के सामने रखकर उसका नियंत्रण करना जरुरी है. इस बारे में सविस्तार प्रस्तुतिकरण किया जाए, इस बारे में स्वतंत्र बैठक नवंबर के पहले हफ्ते में ली जाएगी, ऐसा भी उन्होंने बताया. अमरावती वसाहत में ४०० उद्योग शुुरु है. वाणिज्य व निवासी ५५ भूखंड उपलब्ध है, ऐसा इस समय गुठले ने बताया.