‘स्वास्थ्य’ को सर्वाधिक निधि, अब सुविधा दें
जिलाधिकारी उखडे इर्विन के अधिकारी और कर्मचारियों पर

अमरावती /दि.22– जिला अस्पताल में अपर्याप्त बेड का मुद्दा उठते ही जिलाधिकारी सौरभ कटियार ने आठ दिन में 50 बेड उपलब्ध कर देने की बात कही. लेकिन उसके बाद शिकायत आने पर कार्रवाई करने की चेतावनी आरएमओ डॉ. नरेंद्र सोलुंखे को दी. साथ ही जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि स्वास्थ्य विभाग को सबसे ज्यादा फंड मिला है और करोड़ों रुपये का फंड उपलब्ध कराया गया है. जिला अस्पताल के दौरे के दौरान जिलाधिकारी के गुस्से को देखकर जिला अस्पताल के अधिकारियों और कर्मचारियों में भी यही चर्चा चल रही है.
जिला सामान्य अस्पताल का फायर ऑडिट, बिजली आपूर्ति और नागरिकों की बढ़ती शिकायतों को लेकर 20 मई को जिलाधिकारी सौरभ कटियार ने जिला अस्पताल का दौरा किया था. इस अवसर पर मनपा आयुक्त सचिन कलंत्रे, जिला शल्यचिकित्सक डॉ. दिलीप सौंदले और अग्निशमन एवं लोकनिर्माण विभाग के कर्मचारी भी उपस्थित थे. इस दौरान आरएमओ कार्यालय में जिलाधिकारी ने सीएस डॉ. सौंदले से अस्पताल की समस्याओं के बारे में जानकारी ली. इस समय आरएमओ डॉ. नरेंद्र सोलुंखे मौजूद थे. उन्होंने जिला अस्पताल में अपर्याप्त बेड का मामला जिलाधिकारी के समक्ष रखा. उन्होंने कहा, अस्पताल में बिस्तरों की संख्या वही है, लेकिन वास्तव में मरीजों की संख्या काफी बढ़ गयी है. बेडों की संख्या बढ़ाने और इसके लिए जरूरी मनुष्यबल बढ़ाने के लिए शासन स्तर पर फॉलोअप किया गया है. इस दौरान जिलाधीश ने कहा, कि आपको कितने बेड चाहिए, बताओ. आठ दिनों में 50 बिस्तर उपलब्ध कराता हूं. लेकिन उसके बाद अगर शिकायत आएगी तो हम आपके खिलाफ कार्रवाई करेंगे. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को सबसे ज्यादा फंड मिल रहा है.
* बिस्तर नहीं, मानसिकता बदलने की जरूरत
जिलाधिकारी सौरभ कटियार ने कहा कि, यह सच है कि, अस्पताल में काम का बोझ बढ़ गया है. हालांकि, ऐसा नहीं लगता कि अस्पताल में बेड की कमी है. कर्मचारियों को अपनी मानसिकता बदलने की जरूरत है. मरीज के आने पर उसे शांत कराना जरूरी है. लेकिन कर्मचारी इस तरह का व्यवहार नहीं करते हैं. उन्होंने बेड नहीं होने पर लिखित रूप से अनुरोध करने का भी निर्देश दिया.