अमरावतीमहाराष्ट्र

महिलाओं को दें बंदुक के इस्तेमाल का लाईसेंस, बंदुक मैं दिलाउंगा

दो-चार अच्छे लोग मारे गये तो चलेगा, पर कोई अपराधी बचना नहीं चाहिए

* विराट हिंदू मोर्चा में शिंदे गुट के नेता नानकराम नेभनानी का विवादीत बयान
* आत्मरक्षा में गोली चलाने वाली महिलाओं की कोर्ट कचहरी का खर्च उठाने की तैयारी भी दर्शायी
अमरावती/दि.26 – इस समय देश सहित राज्य में महिलाओं व युवतियों पर अन्याय व अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ रही है. ऐसे में सरकार ने महिलाओं को आत्मरक्षा हेतु अपने पास पिस्तौल व रिवाल्वर जैसे हथियार रखने की अनुमति देनी चाहिए, ऐसी अनुमति मिलने पर मैं खुद महिलाओं व युवतियों को अपने खर्च से पिस्तौल व रिवाल्वर उपलब्ध कराउंगा. साथ ही यदि कोई महिला अपनी आत्मरक्षा के लिए किसी पर गोली चलाती है, तो उसकी कोर्ट कचहरी पर होने वाले खर्च का जिम्मा भी मैं खुद उठाउंगा. इस आशय का विवादास्पद बयान गत रोज मूर्तिजापुर के पूर्व नगराध्यक्ष तथा शिंदे गुट वाली शिवसेना के पदाधिकारी नानकराम नेभनानी ने किया.
बता दें कि, बांग्लादेश में हिंदूओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ गत रोज सकल हिंदू समाज द्वारा नेहरु मैदान से इर्विन चौक तक विराट हिंदू मोर्चा का आयोजन किया गया है. जिसके समापन अवसर पर उपरोक्त विचार व्यक्त करने के साथ ही नानकराम नेभनानी यह तक बोल गये कि, महिलाओं द्वारा अपनी आत्मरक्षा करते समय अगर दो-चार अच्छे लोग मारे जाते है, तो भी चलेगा. लेकिन एक भी अपराधी बचना नहीं चाहिए. ऐसे में शिंदे गुट वाली शिवसेना के मुख्य समन्वयक व शिवसेना प्रणित सिंधी सेल के प्रदेश संगठक रहने के साथ ही जिला नियोजन समिति में विशेष निमंत्रित सदस्य रहने वाले नानकराम नेभनानी द्वारा दिये गये इस बयान को लेकर विवाद पैदा होता दिखाई दे रहा है.
अपने संबोधन में नानकराम नेभनानी ने कहा कि, बांग्लादेश में हिंदूओं के साथ जो कुछ भी हो रहा है, उसे सभी लोग देख रहे है. ऐसे में उन्हें पूरा विश्वास है कि, बेहद कर्मठ व्यक्ति रहने वाले पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा इस विषय को लेकर कोई ना कोई कदम जरुर उठाया जाएगा. साथ ही राज्य में महिलाओं, युवतियों व बच्चियों के साथ घटित हो रही अन्याय व अत्याचार की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी कडे कदम जरुर उठाएंगे. इसके साथ ही नेभनानी ने सीएम शिंदे सहित डेप्यूटी सीएम देवेंद्र फडणवीस व अजीत पवार के नाम निवेदन करते हुए अनुरोध किया कि, महिलाओं को रिवाल्वर व पिस्तौल जैसे हथियार अपने पास रखने की अनुमति प्रदान की जानी चाहिए और यदि सरकार ऐसी अनुमति प्रदान करती है, तो वे खुद अमरावती की हर महिला महिलाओं को अपने खर्च पर रिवाल्वर उपलब्ध कराएंगे, ताकि महिलाएं अपनी सुरक्षा खुद कर सके. इसके साथ ही अगर महिलाओं के हाथ से कुछ ‘कम ज्यादा’ घटित हो जाता है, तो वे ऐसे समय महिलाओं पर चलने वाले मुकदमे का पूरा खर्च भी उठाने के लिए तैयार है.

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