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ग्लोबल टिचर पुरस्कार प्राप्त जिप शिक्षक

डिसले गुरुजी का शिक्षक-छात्रों से संवाद

* 24 अप्रैल को पीडीएमसी परिसर में आयोजन
अमरावती/दि.19– डॉ. भाउसाहेब उपाख्य पंजाबराव देशमुख बहुउद्देशिय संस्था, अमरावती शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में ग्लोबल टिचर पुरस्कार प्राप्त जिला परिषद शिक्षक रणजितसिंह डिसले गुरुजी का शिक्षक व छात्रों से संवाद कार्यक्रम का आयोजन 24 अप्रैल को किया गया है. पंजाबराव देशमुख मेडिकल कॉलेज परिसर के श्री शिवाजी महाराज सभागृह में सुबह 9.30 बजे इस संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. कार्यक्रम में डिसले गुरुजी उपस्थित सभी शिक्षक व छात्रों से संवाद साधेंगे.
युनेस्को व लंडन स्थित वार्की फाउंडेशन द्बारा दिये जाने वाला एक मिलियन अमेरिकन डॉलर यानि 7 करोड रुपए से अधिक का यह पुरस्कार जिला परिषद प्राथमिक स्कूल सोलापुर में कार्यरत प्राथमिक शिक्षक रणजितसिंह डिसले गुरुजी को प्राप्त हुआ था. विश्व के 140 देश के 12 हजार शिक्षकों में से डिसले गुरुजी का इस पुरस्कार के लिए चयन हुआ. शिक्षा क्षेत्र के सर्वोच्च इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाले डिसले गुरुजी प्रथम भारतीय है. उन्होंने पाठ्यपुस्तकों में क्यूआर कोर्ड प्रणाली का अवलंब कर महाराष्ट्र में ही नहीं तो समूचे देश के शिक्षा क्षेत्र में क्रांति लायी है. क्यूआर कोर्ड के कारण छात्रों को पाठ्यक्रम समजने में आसानी होती है. डिसले गुरुजी का यह प्रस्ताव वर्ष 2017 में स्विकृत हुआ और बालभारती की कक्षा पहली से बारहवीं तक की किताबे क्यूआर कोर्ड प्रणाली में तैयार की गई. वर्ष 2025 तक देश में प्रत्येक किताब क्यूआर कोर्ड वाली रहेगी. डिसले गुरुजी के इस प्रकल्प ने शिक्षा क्षेत्र में क्रांति लायी है. उन्होंने किये इस काम की दखल लेकर उन्हें ग्लोबल टिचर अवॉर्ड प्रदान कर सम्मानित किया गया. ऐसे शिक्षक का सभी को मार्गदर्शन मिले, इसलिए 24 अप्रैल को आयोजित संवाद कार्यक्रम का सभी लाभ लें, यह अपील भी संस्था के अध्यक्ष नितीन कदम ने पत्रवार्ता में की. पत्रवार्ता में सतीश काले, दिपक देशमुख, मुकूंद देशमुख, जयकुमार कदम, अनिकेत खेडकर आदि उपस्थित थे.

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