अमरावती प्रतिनिधि/दि. २१ – कोरोना का संकट टला नहीं है और वापसी की बारिश भी अपने तेवर दिखा रही हैे. लगातार हो रही बारिश से खेतमाल का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. हालात यह है कि उत्पादन घटने से सब्जियों, किराणा और फलों के भाव भी बढ़ गये है. जिससे आम नागरिको का जीवन जीना भी दुश्वार हो गया है. वहीं मंगलवार को गोबी की आवक घटने से गोबी के दाम भी आसमान छूने लगे है. यहीं नहीं तो अनार के दाम भी ज्यादा बढ़ गये है. प्याज के भाव भी बढऩे से गृहणियों के आंखों से आंसू झलकने को बेताब नजर आ रहे है. मंगलवार को गोबी और अनार की आवक कम होने से दरों में तेजी देखने को मिली. वहीं पालक के दर घट गये. अमरावती में आलू रोजाना दो हजार कट्टे, प्याज की ८०० कट्टों की आवक है. प्याज एमपी, नगर, धुलिया से लाने का यातायात खर्च व डिमांड बढऩे से बीते सप्ताह तक २० रूपये प्रति किलो मिलने वाला आलू ३० से ३५ रूपये और प्याज ८० रूपये प्रति किलो की दर से बेचा जा रहा है. अनार यह सेहतमंद फल है. यह फल भी काफी पसंद किया जाता है. लेकिन इस बार बारिश का परिणाम भी अनार फल पर हुआ है. बदरीले मौसम की वजह से अनार का उत्पादन घट गया है. जिससे बाजार में अनार के भाव ९० रूपये किलो हो गये है. गोबी की फसल ठंडे माहौल के लिए पोषक होती है. लेकिन इस बार लगातार बारिश और उमस भरे मौसम से इस फसल की वृध्दि नहीं हो पायी है. अधिकांश जगह पर फसल जल गई है. इसलिए मंडी में आवक कम हुई है. जिससे मंगलवार को बाजार में थोकभाव ४० रूपये पर चिल्लर दाम ८० रूपये थे. इतना ही नहीं तो माल भरने से लेकर गोदाम तक लाने का खर्च भी अधिक बढ़ जाने से व डिमांड कायम रहने से जीवनावश्यक वस्तुओं के दर भी बढ़ गये है. इस बार लगातार बारिश के चलते अनाज फसलों का भी नुकसान हुआ है.जिससे तुअर, दाल, शक्कर , तेल आदि के भाव बढ़ गये है.