ईश्वर कृपा से ही होते हैं सत्कार्य -इंगोले
श्रीकृष्ण मंदिर में गणमान्य का सत्कार
* गाडगेबाबा सम्मान समारोह
अमरावती/ दि. 21-सत्कार्य भी हर किसी की किस्मत में नहीं होता. ईश्वर की कृपा से ही किसी के हस्ते अच्छे कर्म हो जाते हैं. अत: आज श्रीकृष्ण मंदिर में गाडगेबाबा सम्मान गौरवान्वित होनेवाले सचमुच बडे भाग्यशाली होने का प्रतिपादन पूर्व महापौर विलास इंगोले ने किया.
स्थानीय माता खिडकी परिसर के श्रीकृष्ण मंदिर संस्थान मेें मंगलवार को दोपहर में शब्दप्रभु मासिक व आयोजन समिति की तरफ से संत गाडगेबाबा की 66 वीं पुण्यतिथि निमित्त संत गाडगेबाबा राष्ट्रीय सम्मान समारोह व शब्दप्रभु मासिक विशेषांक का विमोचन का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व महापौर विलास इंगोले बोल रहे थे. कार्यक्रम में सातारा जिला फलटन के प.पू. कापुसतलनीकर बाबा, पालेकर बेकरी प्रा. लि. के अध्यक्ष सुरेश ठाकुर, आयोजन समिति स्वागताध्यक्ष नंदलाल खत्री, आयोजन समिति तथा श्रीकृष्ण मंदिर संस्थान के अध्यक्ष सुभाष पावडे प्रमुख रूप से उपस्थित थे.
प्रमुख अतिथि सुरेश ठाकुर ने कहा कि वह अमरावती इस कार्यक्रम में उपस्थित रहकर अभिभूत हुए है. जिन महानुभावों को हमारे हाथों सम्मानित किया गया. उनके बारे में पूरी जानकारी लेने के बाद हमारा कार्य कम लग रहा है. सामाजिक क्षेत्र में कार्य करनेवाले लोगों को इसी तरह सम्मानित कर इनकी सराहना की जानी चाहिए. सुभाष पावडे ने कहा कि अनेक महंतों ने मंदिर निर्माण के लिए सेवाएं दी है. समाज के कई ऐसे लोग है जो बिना किसी संकोच के मंदिर निर्माण में आरती सहयोग दे रहे है. इसी कारण अब तक 350 से अधिक मंदिरों का जीर्णोध्दार हुआ है. आनेवाले समय में भगवान श्रीकृष्ण के अनेक मंदिरों का निर्माण होगा, ऐसा विश्वास भी उन्होंने जताया.
कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्वलन व भगवान श्रीकृष्ण की आरती के बाद अतिथियों के सत्कार के साथ हुई. इस अवसर पर अतिथियों के हाथों शब्दप्रभु मासिका का विमोचन किया गया. संचालन अनिता काले ने तथा प्रस्तावना व आभार प्रदर्शन शब्दप्रभु मासिक के संपादक गोपाल उताने ने किया. कार्यक्रम में मंजूषा उताने, भवानी बहुसंघ की अध्यक्षा योगिता बोंडे, मानवसेवा चेरिटेबल ट्रस्ट के उपाध्यक्ष विजय देहरे, सदस्य जितेंद्र सगने, प्रा. गजानन सोनोने, जुगलकिशोर गट्टानी, प्रा. अशोक राउत, एड. अरूण ठाकरे, दादासाहेब टोपले, लक्ष्मण ढवले, अरविंद भाकरे, जितेंद्र देशमुख, अविनाश वाटाणे, प्रा. रूपेश फसाटे, विलास साखरे, रंगराव कडू, सविता सायर, रूपाली सगणे, पल्लवी उताणे, मनीषा मराठे, निकीता गावंडे, डॉ. सुयेशा कलंबे, कोमल उताणे सहित अनेक लोग उपस्थित थे.
* शिवाजी महाविद्यालय को जीवन गौरव पुरस्कार
शिक्षा महर्षि डॉ. पंजाबराव देशमुख ने शिवाजी शिक्षण संस्था अंतर्गत 1946 में शिवाजी कला व वाणिज्य महाविद्यालय की स्थापना की थी. यह संस्था का पहला महाविद्यालय था. जिसे अब 75 वर्ष पूर्ण हो रहे है. भाउसाहेब ने हर घर में एक स्नातक निर्माण होने का सपना देखा था. इसे पूरा करते हुए महाविद्यालय के हजारों विद्यार्थी स्नातक की पढाई पूर्ण कर रहे है. विश्व के कोने-कोने में उनकी सेवा का लाभ मिल रहा है. महाविद्यालय के इसी कार्यो को सम्मानित करते हुए शब्दप्रभु मासिक की ओर से शिवाजी कला व वाणिज्य महाविद्यालय को संत गाडगेबाबा राष्ट्रीय जीवन गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया. महाविद्यालय की ओर से प्राचार्य रामेश्वर भिसे ने यह पुरस्कार स्वीकारा.
* राष्ट्रीय व राज्यस्तरीय सेवा पुरस्कार वितरित
कार्यक्रम में आयोजकोे की ओर से फलटन के प.पू. कापुसतलनीकर बाबा, बैंगलुरू के अशोक दोम्मलूर, पंजाब चंदीगढ के अ.भा.म. परिषद सदस्य अनिल सहानी, पुणे की प्रा. डॉ. चित्रलेखा राजुसकर, मुंबई के डेप्युटी मैनेजर न्यू इंडिया इंश्योरेंस के संजय ठोकल , नागपुर ग्रीन फाउंडेशन सदस्य दिलीप चिंचमलातपुरे, नागपुर की केशर मेश्राम, टाकरखेडा संत लहानुजी महाराज संस्थान अध्यक्ष बाबासाहब पावडे, प्रा. डॉ. आशा माने, काटोल के संगीतकार सतीश सावरकर, खरगौन बडवाह की दीपमाला शर्मा, पुलिस राष्ट्रपति पदक प्राप्त मनीष ठाकरे, सम्राट मेन्सवेअर के संचालक नरेन्द्र हरवाणी, विजय राठी, सुरेन्द्र पिंजानी, शिवप्रकाश टावली, सिनेट सदस्य नितीन टाले, नरेन्द्र सावलकर, यवतमाल के रामराव राउत, जलगांव के प्राचार्य वीरेंद्र पाटिल को राष्ट्रीय सम्मान पुरस्कार से नवाजा गया. इसके अलावा राज्यस्तरीय सेवा सम्मान पुरस्कार से कवि प्राचार्य डॉ. राज यावलीकर, अपंग संस्था मोर्शी के जिलाध्यक्ष राजेंद्र देशमुख, सामाजिक कार्यकर्ता वरूड के किशोर खंडेलवाल, कारंजा की मिनल पाटिल, योग प्रचारक मनीष देशमुख, कीर्तनकार राजेश ठाकरे, सेवानिवृत्त पुलिस कर्मचारी शंकर धुरदेव, चिन्मय मिशन के दीपक देशमुख को सम्मानित किया गया. श्रीकृष्ण मंदिर के सेवाधारी नितीन देशमुख, विनोद कराले, राहुल सावरकर को सेवा सम्मान पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया.