चांदुर रेल्वे/दि.16– तहसील में सोयाबीन की कटाई का काम शुरू हो गया है, लेकिन मजदूरों की कमी के कारण तहसील के किसानों को सोयाबीन की कटाई के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं. चांदुर रेल्वे तहसील के किसान सोयाबीन के साथ ही कपास की बुआई भी बराबर करते हैं, क्योंकि इस क्षेत्र में व्यापक सिंचाई व्यवस्था के कारण सोयाबीन की फसल के बाद रबी सीजन की फसलें जैसे चना, गेहूं, मूंगफली, तिल उगाई जाती हैं. कुछ किसान सब्जियों की फसल लेना ज्यादा पसंद करते हैं क्योंकि यह फसल सोयाबीन कटाई के बाद लेना आसान होता है. जिससे नगद पैसों की व्यवस्था होती है.
किसानों का कहना है कि, सोयाबीन कटाई की कीमत आसमान छू रही है. 2200 से 2800 रुपये प्रति एकड़ सोयाबीन कटाई के लिए मजदूरी हो गई है. किसान यह भी कह रहे हैं कि हार्वेस्टर की कम संख्या के कारण कटाई करना मुश्किल है, हालांकि मजदूर इस क्षेत्र में जिले के बाहर से लाए जाते हैं, उन मजदूरों का किराया और उन्हें लाने वाले ठेकेदारों को भी कुछ हद तक भुगतान करना पड़ता है. यह किफायती नहीं है, लेकिन चूंकि रबी का मौसम आ रहा है, इसलिए जमीन तैयार करना जरूरी है. इसके लिए किसान अधिक दाम देकर सोयाबीन की कटाई करवा रहें हैं. तहसील के एक किसान ने कहा कि सोयाबीन की फसल में लागत अधिक आती है. लेकिन सही दाम नहीं मिलने के कारण वह सोयाबीन की फसल नहीं ली.