अमरावती

मणीबाई के 73 की बैच की स्वर्णिम भेंट

5 व 6 मार्च को विविध कार्यक्रमों का आयोजन

अमरावती/दि.4 – स्थानीय मणिबाई गुजराती हाइस्कूल यह अमरावती के शैक्षणिक विश्व की शिरोमणी है. 60-70 के दशक में मणीबाई में प्रवेश मिलने यह पालकों व विद्यार्थियों के लिए अभिमान की बात थी. पाचवीं से ग्यारहवीं तक या अन्य स्कूलों से बीच की क्लास में प्रवेशित और 1973 ग्यारहवीं मेट्रीक उत्तीर्ण हुए छात्र-छात्राएं 50 वर्ष के कालांतर बाद अपनी स्कूल के वातावरण में एकत्रित हो रहे हैं. शालांत परीक्षा के बाद की आयु में अनेक यश-अपयश, गरीबी-अमीरी, धूप-छांव का अनुभव लेकर भौतिक कमाई की क्षुद्रता व मित्रता की महानता का प्रत्यक्ष अविष्कारों का यह स्वर्ण क्षण है.
इस निमित्त 5 व 6 मार्च ऐसे दो दिवसीय स्नेह मिलन का कार्यक्रम आयोजित किया गया है. 5 मार्च की सुबह 8.30 बजे से मणीबाई हाइस्कूल के सभागृह में देश के विविध भागों से व विदेश से भी कक्षा मित्र-सहेलियां शालेय जीवन की यादें ताजा करेंगे. इस समय पूर्व शिक्षक, पूर्व मुख्याध्यापकों का सत्कार किया जाएगा. वहीं 50 वर्ष बाद मिलने वाले मित्रों से नये से पहचान करवाई जाएगी. स्कूल के स्वर्ण क्षणों का अनुभव करने के पश्चात 73 की वर्ग टीम डॉ. हेमंत मुरके अपने सहयोगी मित्रों के कठोरा के सामाजिक आध्यात्मिक उपक्रम गोकुलम में सभी भेंट देंगे. गोकुलम भेंट के बाद चिखलदरा में पिकनिक का आयोजन किया गया है. चिखलदरा में स्नेह, मनोरंजन, मनमुराद चर्चा, आदान प्रदान सहित विविध कार्यक्रमों में 50 वर्ष बाद मिलने वाले शालेय मित्र सहभागी होंगे.
इस स्वर्णीम भेंट योग के लिए मोहन तातेड, डॉ. नवीन हंतोडकर, राजा बंधु, संजय देशमुख, अरविंद डवरे, वसंत मालपाणी, अजीत चांदुरकर, देवेन्द्र मालपाणी,अजीत चांदुरकर,देवेन्द्र मालपाणी, विनोद खत्री,प्रदीप श्रीवास्तव,राजेश हेडा,अनिल महल्ले व नैना दुरणे सहित अनेक 73 बॅच के क्लास मित्र प्रयास करेंगे.

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