विद्याभारती में ‘स्वर्ण प्रतिमा’ विशेषांक विमोचित
महाविद्यालय की स्वर्ण जयंती निमित्त आयोजन
पांच दशकों का लेखा-जोखा किया प्रस्तुत
अमरावती /दि. 13– स्थानीय कैम्प स्थित विद्याभारती महाविद्यालय में सोमवार, 12 फरवरी को महाविद्यालय की पांच दशकों की यात्रा का लेखाजोखा प्रस्तुत करने वाले ‘स्वर्ण प्रतिभा’ नामक विशेषांक का लोकार्पण किया गया.
इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष विद्याभारती शैक्षणिक मंडल के अध्यक्ष रावसाहब शेखावत, बतौर प्रमुख अतिथि विद्याभारती जेम्स की अध्यक्षा मंजरी शेखावत, सचिव डॉ. अशोक चव्हाण, कोषाध्यक्ष रघुनाथ रोडे, उपाध्यक्ष डॉ. मिथिलेश राठोड, रौनक ठाकुर, सुरभि ठाकुर शेखावत, पृथ्वीसिंह शेखावत, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. प्रज्ञा येनकर उपस्थित थे. इस प्रसंग पर मान्यवरों के हाथों स्वर्ण प्रतिभा विशेषांक के मुख्य संपादक डॉ. आर. एम. पाटिल ने विशेषांक का विमोचन किया. दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ. प्राचार्य डॉ. प्रज्ञा येनकर ने प्रस्तावना में संस्था की यात्रा का जायजा लिया. स्वर्ण प्रतिभा अंक के मुख्य संपादक डॉ. आर. एम. पाटिल ने अपने संबोधन में कहा कि, इस विशेषांक में अनेक मान्यवरों के लेख हैं. स्व. डॉ. देवीसिंह शेखावत, भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति प्रतिभाताई पाटिल के साथ विद्याभारती का सर्वांगीण विकास उन्हें देखने को मिला तथा कुछ चुनिंदा लोगों की इस संस्था के प्रति भावनाओं को इस विशेषांक में लिपिबद्ध किया गया हैं. इस विशेषांक में दुर्लभ घटनाएं, क्षणचित्र, अनेक प्रकार के विविध छायाचित्र व कोलाज का समावेश हैं. इस अंक में संस्था से संबंधित सभी जानकारियों को लिपिबद्ध किया गया हैं. इस अवसर पर अमेरिका से विशेष रूप से पधारे रौनक ठाकुर, एड. सुरभि ठाकुर-शेखावत व पृथ्वीसिंह शेखावत के भी समयोचित भाषण हुए. रावसाहब शेखावत ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में संस्था के कला सुसंगत परिवर्तन का आलेख उपस्थितों के समक्ष प्रस्तुत किया. कार्यक्रम का संचालन डॉ. मिनल खेरडे ने तथा आभार प्रदर्शन डॉ. गजानन बनसोड ने किया. इस अवसर पर संस्था के पदाधिकारी, महाविद्यालय के शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी व विद्यार्थी बडी संख्या में उपस्थित थे. कार्यक्रम की सफलतार्थ डॉ. डी. एस. रंगाचार्य, डॉ. वी. पी. शेकोकार व संपादक मंडल के अन्य सदस्यों ने भी अथक परिश्रम किए.