सुसंस्कार शिविर समय की मांग : कर्नल लक्ष्मण गाले
दासटेकडी में सुसंस्कार शिविर का उद्घाटन

* पहले ही दिन 120 शिविरार्थियों ने प्रवेश लिया
तिवसा/दि.2-भले ही देश के जवान देश की रक्षा के लिए सीमा पर अपने प्राणों की आहुति दे रहे हों, लेकिन आतंकवादी गतिविधियों के कारण देश की बिखरती स्थिति हमें दुःखी करती है. इसलिए, यह कहना खेदजनक है कि यद्यपि आज शिक्षा और प्रौद्योगिकी में वृद्धि हुई है, फिर भी वे वांछित सकारात्मक परिणाम नहीं दे रहे हैं. इसलिए, स्कूली शिक्षा में अच्छे नैतिक मूल्यों को जोड़ना आवश्यक है और अच्छे नैतिक मूल्यों वाले शिविर समय की मांग हैं, ऐसा लेफ्टिनेंट कर्नल लक्ष्मण गाले ने कहा. श्री गुरुदेव राष्ट्रधर्म प्रचार संस्था की ओर से 1 मई को गुरुकुंज-मोझरी के पास राष्ट्रसंत अध्यात्म केंद्र, दासटेकडी में श्री गुरुदेव सर्वांगीण सुसंस्कार शिविर का उद्घाटन किया गया. उद्घाटन अवसर पर बतौर अतिथि वे बोल रहे थे.
कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ नागरिक संघ के पुरूषोत्तम गावंडे ने की. इस अवसर पर डॉ. गुणवंत डहाणे, बाबूराव धोटे, डॉ. चंदन सिंह राजपूत, समिति के वरिष्ठ जीवन प्रचारक रामदास चोरोड़े गुरुजी, अरुण सालोडकर, हभप नामदेव गव्हाले, डिप्टी कलेक्टर ज्ञानेश्वर घ्यार, दिनकर चोरे, रमेश मोकदम, सुरेश घाटोल, महादेव कांडलकर, डॉ. पालेकर, टप्पे सर, कविता येनुरकर, कमल गुडधे आदि मान्यवर उपस्थित थे. संस्था के सचिव प्रमोद पोकले गुरुजी ने परिचयात्मक भाषण दिया तथा शिविर के लक्ष्य, उद्देश्य एवं उपयोगिता के बारे में बताया. इसके बाद अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए. शिविर के पहले ही दिन विदर्भ से लगभग 120 शिविरार्थियों ने शिविर के लिए पंजीकरण कराया.
करीब 20 दिनों तक चलने वाले इस शिविर की सफलता के लिए शिविर प्रमुख रवींद्र ढवले, रूपेश मोरे, गणेश दरवरे, योगेश मेंढे, मयूर इंगले, अरुण फंदे, निवृत्ति इंदुरकर, अभिनय काले, जबकि प्रबंधन की जिम्मेदारी रवींद्र वानखड़े पर रहेगी. कार्यक्रम का संचालन रवींद्र ढवले ने किया और आभार डॉ. नरेंद्र तराले ने माना. इस अवसर पर बड़ी संख्या में शिविरार्थियों के अभिभावक उपस्थित थे.