मोर्शी प्रतिनिधि/दि.२३ – कोरोना महामारी के चलते उद्योग व व्यापार पर आश्रित नागरिकों के सामने रोजगार का बडा प्रश्न निर्माण हो गया है. ऐसे में किसान व खेतीहर मजदूर अपनी उपजीविका किस तरह चलाए उनके ऊपर विकट परिस्थिति निर्माण हो गई थी. ऐसे लोगों को राहत दिए जाने के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार हमी योजना के माध्यम से व्यक्तिगत व सामुहिक स्वरुप के कामों को प्रशासकीय व तकनीकी मान्यता देकर ग्राम पंचायत स्तर पर बडे प्रमाण में रोजगार उपलब्ध कराए. उसी प्रकार पगडंडी रस्तों के काम खडीकरण व डांबरीकरण के कार्य करवाए ऐसी संकल्पना विधायक भुयार (MLA BHUYAR) ने राज्य के मनरेगा आयुक्त एस.आर.नायक के समक्ष रखकर मांग की थी. जिसमें शासन द्वारा दखल लेकर भारतरत्न डॉ. बाबासाहब आंबेडकर सामाजिक विकास योजना अंतर्गत कामों को प्रशासकीय मान्यता प्राप्त राज्य सरकार द्वारा की गई है.
मोर्शी, वरुड तहसील में डॉ. बाबासाहब आंबेडकर सामाजिक विकास योजना अंतर्गत कुल २५ कामों के लिए १५० लाख रुपए मंजूर किए गए. सभी कामों को जिला व राज्यस्तरीय योजना अंतर्गत मंजूरी दी गई. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार हमी योजना को साथ लेकर धोरण निश्चित करने की मांग विधायक भुुयार ने की थी. जिसकी दखल लेकर शासन ने कामों को मंजूरी दी है. जिसमें मोर्शी, वरुड तहसील में बाबासाहब आंबेडकर समाजिक विकास योजना अंतर्गत व महाराष्ट्र ग्रामीण हमी योजना अंतर्गत तहसील के जामगांव,पोरगव्हाण, मोर्शी खुर्द, उदापुर, मोरचुर, शाहपुर, गाडेगांव, वंडली, टेंबुरखेडा, भापकी, जरुड, वाठोडा, गव्हाणकुंड, बेनोडा, खडका, तिवसा घाट, दापोरी, उमरखेड,पाला, आदि गांवों का समावेश है.