सरकार को मुद्रांक शुल्क से मिला 50 हजार करोड का राजस्व
विभाग ने तय किया लक्ष्य हुआ पूरा
* 2024-25 में रेडीरेकनर दर में बढोतरी न करने का निर्णय
* 28 लाख दस्त का पंजीयन
मुंबई/दि.2-राज्य के राजस्व विभाग के अंतर्गत दस्त व मुद्रांक शुल्क विभाग ने वर्ष 2023-24 इस वित्त वर्ष में तय किए 50 हजार करोड रुपए राजस्व के लक्ष्य पूरा किया है. 31 मार्च 2024 के अंत तक विभाग ने 50 हजार 143 करोड रुपए का राजस्व प्राप्त किया है. साल 2022-23 में 44 हजार 681 करोड रुपए, तथा 2021-22 इस वित्त वर्ष में35 हजार 171 करोड रुपए का राजस्व मिला था. अपेक्षित राजस्व मिलने से राज्य सरकार ने साल 2024-25 इस वित्त वर्ष में रेडीरेकनर दर में किसी भी तरह की बढोतरी न करने का निर्णय लिया है.
साल 2023-23 इस वित्त वर्ष में सरकार को मुद्रांक शुल्क द्वारा 44 हजार 681 करोड का राजस्व मिला था. साल 2023-24 में सरकार ने 50 हजार 171 करोड रुपए का लक्ष्य प्राप्त किया है. 1 अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2024 तक राज्य में करीब 28 लाख से अधिक दस्त पंजीयन हुआ है. राज्य सरकार को वस्तू व सेवा कर के बाद सर्वाधिक राजस्व पंजीयन व मुद्रांक शुल्क विभाग की ओर से मिलता है.
इसलिए उन-उन वित्त वर्ष में राजस्व का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए विभाग का प्रयास रहता है. लेकिन लगातार दो साल अपेक्षित राजस्व मिलने से सरकार ने वर्ष 2023-24 और 2024-25 इन दो वित्त वर्ष मेंं रेडीरेकनर दर में कोई बढोतरी नहीं की है.
* साल 2023-24 में मिला राजस्व
महीना
अप्रैल
मई
जून
जुलाई
अगस्त
सितंबर
अक्टूबर
नवंबर
दिसंबर
जनवरी
फरवरी
मार्च
*दस्त संख्या
2 लाख 25 हजार
2 लाख 21 हजार
2 लाख 51 हजार
2 लाख 29 हजार
2 लाख 37 हजार
2 लाख 10 हजार
2 लाख 26 हजार
2 लाख 21 हजार
2 लाख 10 हजार
2 लाख 47 हजार
2 लाख 67 हजार
अंतिम आंकडेवारी उपलब्ध नहीं
* राजस्व
2 हजार 876 करोड
3 हजार 440 करोड
3 हजार 804 करोड
3 हजार 921 करोड
4 हजार 217 करोड
4 हजार 376 करोड
3 हजार 886 करोड
3 हजार 731 करोड
4 हजार 543 करोड
4 हजार 175 करोड
4 हजार 443 करोड
6 हजार 725 करोड
* कुल राजस्व 50 हजार 142 करोड