अमरावतीमुख्य समाचार

सरकारी अस्प्ताल का इलाज रहा ‘असर’कारी

सुपर कोविड अस्पताल में फिर हुआ चमत्कार

* गंभीर स्थिति में रहनेवाले 75 वर्षीय बुजुर्ग मरीज की बचाई जान
* निजी अस्पताल से स्ट्रेचर पर आनेवाले मरीज को आज मिला डिस्चार्ज
* अपने पैरों पर चलकर अस्पताल से घर पहुंचे चिंतामण खोब्रागडे
अमरावती/दि.31– कोविड संक्रमण की पहली व दूसरी लहर के दौरान महामारी की चपेट में आनेवाले और संक्रमण की वजह से गंभीर स्थिति में रहनेवाले हजारों मरीजों की सफलतापूर्वक जान बचाने का काम कर चुके स्थानीय सुपर कोविड अस्पताल ने आज एक बार फिर एक बडा चमत्कार कर दिखाया है. जब शहर के एक नामांकित निजी अस्पताल से बेहद गंभीर स्थिति में रेफर किये गये 75 वर्षीय बुजुर्ग मरीज का सुपर कोविड अस्पताल में सफलतापूर्वक इलाज किया गया तथा जिंदगी व मौत के बीच झुलनेवाले इस मरीज की जान बचाकर आज उसे अस्पताल से डिस्चार्ज दिया गया. ऐसे में यह सुपर कोविड अस्पताल के सभी डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण पल रहा. जब गंभीर अवस्था में स्ट्रेचर पर डालकर अस्पताल लाये गये मरीज ने इलाज के बाद अपने पैरों पर चलते हुए अस्पताल से बाहर कदम रखा और अस्पताल से विदा लेकर यह बुजुर्ग मरीज अपने घर के लिए रवाना हुआ.
जानकारी के मुताबिक शहर में रहनेवाले 75 वर्षीय चिंतामण महादेव खोब्रागडे को पहले इलाज के लिए शहर के एक नामांकित निजी अस्पताल में भरती कराया गया था. जहां पर स्थिति लगातार बिगडती रहने की वजह से उन्हें विगत 22 जनवरी को विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल के कोविड हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया. इस मरीज में कोविड का संक्रमण रहने के साथ ही क्रॉनिक किडनी की बीमारी, पिलिया, प्लेटलेट की कमी व मेटाबोलिक एनेसफालोपाथी जैसी विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं थी. ऐसे में मरीज को तुरंत ही आयसीयू में भरती कराया गया और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया. सात दिनों तक डॉक्टरों द्वारा लगातार किये गये प्रयास व परिश्रम के चलते मरीज को वेंटिलेटर से हटाकर पहले की तरह सामान्य स्थिति में लाया गया और इलाज व सेवा के जरिये चिंतामण खोब्रागडे एक बार फिर पहले की तरह स्वस्थ हो गये. जिसके चलते आज 31 जनवरी को उन्हें कोविड अस्पताल से डिस्चार्ज दिया गया. जिस समय 75 वर्षीय चिंतामण खोब्रागडे अपने पैरों पर चलते हुए अस्पताल से बाहर निकले, तो उनका इलाज करनेवाले डॉक्टरों एवं उनकी सेवा करनेवाले स्वास्थ्य कर्मियों की खुशी का ठिकाना न रहा तथा सभी ने उन्हें अस्पताल से समारोहपूर्वक भावभिनी विदाई दी.
इस मरीज के इलाज हेतु जिला शल्य चिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम, सुपर कोविड अस्पताल के प्रभारी फिजीशियन डॉ. रवि भूषण, डॉ. निलेश पाटील, निवासी वैद्यकीय अधिकारी डॉ. विनोद पवार व नोडल अधिकारी डॉ. विशाल धांडे के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में डॉ. श्याम गावंडे, डॉ. पूजा टोले, डॉ. साक्षी सपकाल, डॉ. सुयोग काले, डॉ. अनामिका पटवे, डॉ. विक्रांत कुलमेथे, डॉ. अजहर, डॉ. संदेश यमलवाड, डॉ. स्वाती डिब्बे, डॉ. सुबोध कावले, डॉ. पूजा तोटे, डॉ. साक्षी सपकाल ने इस मरीज का उपचार किया. साथ ही सिस्टर ज्योति काले, नंदा तेटू, पुष्पा इंगले, वंदना तायवाडे, बबीता इंगले, कक्ष सेवक चंद्रकांत देव, ज्योत्सना खोब्रागडे, लक्ष्मण वालूकर, जीवन तेलमोरे, शंकर झाटे, सागर गणोरकर, स्वप्नील सोरदे, विशाल राउत व गौरव गावंडे ने मरीज की सेवा सुश्रृषा की. जिसके साथर्क परिणाम दिखाई दिये है. ऐसे में जिला शल्य चिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम ने सुपर कोविड अस्पताल के सभी डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों की टीम का अभिनंदन करने के साथ ही स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करनेवाले 75 वर्षीय बुजुर्ग चिंतामण खोब्रागडे का भी अभिष्टचिंतन किया.

Related Articles

Back to top button