अमरावती/दि.16 – इस समय समूचे जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद भयावह है. किंतु वरूड में कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज हेतु कोई व्यवस्था नहीं है और उन्हें इलाज के लिए अमरावती अथवा नागपुर के सरकारी कोविड अस्पतालों में जाना पडता है. जहां फिलहाल बेड उपलब्ध नहीं है और कई मरीजों की आर्थिक स्थिति निजी अस्पतालों में इलाज कराने लायक नहीं है. ऐसे में वरूड तहसील में जल्द से जल्द सरकारी कोविड अस्पताल शुरू किया जाये. इस आशय की मांग राज्य के पूर्व कृषि मंत्री तथा भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अनिल बोंडे द्वारा की गई है.
इस संदर्भ में डॉ. अनिल बोंडे ने कहा कि, कोविड संक्रमण की पहली लहर के दौरान उन्होंने तमाम आवश्यक प्रयास करते हुए मोर्शी उपजिला अस्पताल में 20 बेड का कोविड हॉस्पिटल शुरू करवाया था. जिसकी वजह से मोर्शी के नागरिकों को अब तक इलाज की सुविधा मिल रही है. किंतु वरूड में अब भी सरकारी कोविड अस्पताल शुरू नहीं हुआ है और मौजूदा विधायक द्वारा इसके लिए कोई प्रयास भी नहीं किया जा रहा. ऐसे में समय रहते वरूड तहसील में सरकारी कोविड अस्पताल शुरू किया जाना चाहिए, क्योेंकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा अब जल्द ही संक्रमण की तीसरी लहर आने की आशंका व्यक्त की गई है. ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र के कोविड संक्रमितोें की जान बचाने हेतु वरूड में सरकारी कोविड अस्पताल शुरू करना आवश्यक है. जिसके लिए जिला पालकमंत्री व जिलाधीश ने तत्काल प्रयास करते हुए नये तहसील कार्यालय, पशुवैद्यकीय दवाखाने अथवा अन्य किसी सरकारी इमारत में ऑक्सिजन की व्यवस्था कर सरकारी कोविड अस्पताल शुरू करना चाहिए.