निर्माण साहित्य प्रक्रिया प्रकल्प का रिवाईज प्रस्ताव शासन रवाना
6 करोड रुपए का है नया प्रस्ताव
अमरावती/दि.4– शहर में घरों का निर्माण व पुनर्निर्माण करते वक्त निर्माण साहित्य का कचरा बडे पैमाने में निकलता है. आम तौर पर यह कचरा खुले भूखंडों पर फेका दिखता है. इस निर्माण साहित्य कचरे का प्रबंध करने के लिए स्वच्छ भारत अभियान अंतर्गत स्वच्छ महाराष्ट्र अभियान में निर्माण साहित्य कचरे पर प्रक्रिया का प्रकल्प शुरु किया जा रहा है. शासन ने 5 करोड रुपए के प्रकल्पों को प्रशासकीय मंजूरी प्रदान कर केंद्र व राज्य सरकार के हिस्सें के 2.91 करोड इतना निधि मनपा को मंजूर किया है. लेकिन इस प्रकल्प पर 6 करोड रुपए खर्च होंगे. इसलिए संबंधित रिवाईज प्रस्ताव अमरावती मनपा ने सरकार को भेजा है. उसे मंजूरी मिलते ही निर्माण साहित्य कचरे पर प्रक्रिया के प्रकल्प के टेंडर जारी किये जाएंगे. ऐसी जानकारी प्रशासक व निगमायुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर ने दी.
शासन द्बारा संबंधित प्रकल्प 2 वर्ष पहले ही मंजूर किया गया. उसके लिए निधि भी आवंटीत कर दिया. लेकिन इस बाबत की किसी भी प्रकार की जानकारी मनपा प्रशासन द्बारा सदन पटल पर नहीं रखी गई. जिस पर पूर्व महापौर चेतन गावंडे ने आपत्ति उठाते हुए मनपा प्रशासन से इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने इसे महानगरपालिका अधिनियम का उल्लंघन व प्रशासन की लेटलतिफी करार दिया है. लेकिन मनपा प्रशासन ने इस प्रकल्प को लेकर वर्तमान स्थिति सांझा करते बताया कि, मनपा के पीएमसी ने संबंधित प्रकल्प का डीपीआर तैयार किया. जिसमें प्रकल्प का लागत मूल्य बढ गया है. इसलिए पहले जिस प्रकल्प के लिए 5 करोड रुपए शासन ने मंजूर किये थे, उसमें 1 करोड रुपए की वृद्धि का रिवाईज प्रस्ताव शासन की मंजूरी के लिए भेजा गया है.