अमरावती/प्रतिनिधि दि.१९ – कोरोना के बढते संक्रमण के मद्देनजर जिले में कडे लॉकडाउन में सरकारी राशन दूकानें भी बंद रखी गई थी. जिससे अनेक लाभार्थी राज्य शासन द्बारा घोषित निशुल्क अनाज के लाभ से वंचित थे. अंतत: पंद्रह दिनों के बाद मंगलवार से जिले की राशन दूकान फिर खोली गई. भीड टालने के लिए टोकन पद्धति से लाभार्थियों को राशन वितरित किया गया.
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दूकानों में उमडी भीड
जिले में कोरोना के बढते प्रकोप के मद्देनजर जिला प्रशासन ने 9 मई से कडा लॉकडाउन घोषित किया गया है. इस दौरान सभी राशन की दूकानें बंद रख कर घर पहुंच सेवा देने के आदेश दिए गए थे. लेकिन अप्रैल माह में लॉकडाउन घोषित करते समय राज्य सरकार ने अंत्योदय व प्राथमिकता गुट के कार्ड धारकों को एक माह का राशन मुफ्त देने का निर्णय लिया था. जिले के अनेक लाभार्थियों द्बारा राशन दूकानें खोलने की मांग की जा रही थी. जिसके चलते जिलाधिकारी शैलेश नवाल ने सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक राशन दूकानें शुरु कर टोकन पद्धति से अनाज वितरण की अनुमति दी है. पंद्रह दिनों बाद दूकानें खुलने से लाभार्थियों की भीड रही. पश्चात सभी को टोकन वितरीत कर भीड कम की गई.
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एक घंटे में 15 से 20 टोकन
राशन दूकाने शुरु हो गई है. लेकिन यहां लाभार्थियों ने भीड नहीं करना चाहिए. इसलिए एक घंटे में 15 से 20 लाभार्थियों को टोकन देकर अनाज वितरण के आदेश राशन दूकानदारों को दिए गए है.
– अनिल टाकसाले,
जिला आपूर्ति अधिकारी