अमरावती प्रतिनिधि/दि.२३ – कोरोना प्रादुर्भाव के चलते संपूर्ण जन जीवन प्रभावित हो चुका है. शासन द्वारा उपाय योजना की जा रही है. ऐसे में वापसी की बारिश का फटका किसानों को लगा है. जिससे किसान परेशान हो उठा है. राज्य सरकार इन किसानों को ज्यादा से ज्यादा आर्थिक सहायता दे ऐसे मांग प्राथमिक शिक्षक समिति द्वारा राज्य के मुख्यमंत्री व मुख्यसचिव से की गई. प्राथमिक शिक्षक समिति द्वारा इस आशय का निवेदन राज्य के मुख्यमंत्री व मुख्यसचिव को सौंपा गया. निवेदन में कहा गया है कि इन किसानों को राज्य सरकार ज्यादा से ज्यादा मदद करें साथ ही शिक्षक, कर्मचारी, अधिकारियों का एक दिन का वेतन देने की भी तैयारी शिक्षकों की है. ऐसा निवेदन में कहा गया.
सितंबर, अक्तूृबर महीने में वापसी की बारिश ने किसानों की फसलों का नुकसान किया है. जिसमें सोयाबीन की फसल निकले ही वाली थी कि, अचानकर बारिश के चलते सोयाबीन की फसल में अंकुर फुट गए व कपास की बोंडो में भी अंकुर फुटने की स्थिति है साथ ही ज्वारी,प्याज, संतरा, अंगुर, अनार, मूंग, उडद, कर्डी आदि फसलों का भी नुकसान राज्य के विदर्भ, मराठवाडा, उत्तर महाराष्ट्र, पश्चिम महाराष्ट्र व कोकण परिसर मेें हुआ है. जिससे किसान बर्बाद हो चुका है. कोरोना काल में लोगों की मदद करने वाला किसान आज खुद परेशान है. तत्काल इन किसानों को आर्थिक सहायता दी जाए ऐसी मांग प्राथमिक शिक्षक समिति द्वारा राज्य के मुख्यमंत्री से की गई.
प्राथमिक शिक्षक समिति द्वारा यह भी कहा गया है कि वे इन किसानों को अपना एक दिन का वेतन देकर उनकी सहायता करेगें. शासन सभी वेतनधारी शिक्षकों व कर्मचारियों का एक दिन का वेतन जमा करे व जामा होने वाले वेतन की राशि केवल किसानों की सहायता के लिए खर्च करें. ऐसी मांग भी राज्य प्राथमिक शिक्षक समिति के प्रदेशाध्यक्ष उदय शिंदे, विजय कोंबे, कालूजी बोरसे, शिवाजी साखरे, राजन कोरगांवकर, राजेंद्र नवले, केंदू देशवानी, सयाजी पाटील, शिवाजी दुशिंग, राजेंद्र खेडकर, आबा शिंपी, प्रसिद्धी प्रमुख राजेश सावरकर ने की है.