अमरावती

तिवसा में निकली सरकारी की अंतिम यात्रा

निजीकरण के विरोध में वंचित का तहसील के सामने प्रदर्शन

तिवसा/दि.12– राज्य सरकार की तरफ से शासकीय पदों को ठेकेदारी पद्धति से भरे जाने वाले हैं. राज्य की सरकारी शाला भी बंद करने का निर्णय लिया गया है. इस निर्णय के विरोध में 11 अक्तूबर को वंचित बहुजन आघाडी शहर व तहसील ईकाई की तरफ से सरकार की अंतिम यात्रा निकालकर तिवसा तहसील कार्यालय के सामने तीव्र प्रदर्शन किया गया. इस अंतिम यात्रा में वंचित आघाडी की पदाधिकारी शामिल हुए थे.

पुराने ग्राम पंचायत कार्यालय से इस प्रेत यात्रा की शुरुआत करते हुए सरकारी शाला बंद करने के निर्णय के विरोध में तिवसा पंचायत समिति को ज्ञापन सौंपा गया. पश्चात यह अंतिम यात्रा तहसील कार्यालय पहुंची. इस अवसर पर राज्य सरकार के विरोध में नारेबाजी की गई. इस अवसर पर सरकारी जिला परिषद शाला का निजीकरण, राज्य के सुशिक्षित बेरोजगार युवक शाासकीय नौकरी की आशा पर रहते राज्य सरकार व्दारा लाए गए ठेके के निर्णय को तत्काल रद्द करने, विधायक को मिलनेवाला सेवानिवृत्ति वेतन, विविध भत्ते बंद करने तथा सामाजिक न्याय के विरोध में हो रहे निर्णय वापस लेने की मांग का ज्ञापन तिवसा तहसीलदार को दिया गया. इस अवसर पर वंचित आघाडी के तहसील अध्यक्ष नंदकुमार वानखडे, शहराध्यक्ष संदीप दाहाट, सतीश यावले, जानराव मनोहर, सिद्धार्थ मुंद्रे, अनिल सोनोने, मनीष माहोरे, विकास मुंद्रे आदि उपस्थित थे.

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