अमरावती/प्रतिनिधि दि.२ – विदर्भस्तरीय किसान उत्पादन कंपनियों की शिखर कंपनी रहने वाले विदर्भ एग्रीकल्चर एन्ड अप्लाईड प्रोड्युसर्स कंपनी लिमिटेड को नोडल एजेंसी के रुप में सरकार की मान्यता दी गई है. मोर्शी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक देवेंद्र भुयार के प्रयास को बडी सफलता प्राप्त हुई है.
विदर्भ एग्रीकल्चर एन्ड अप्लाईड (वेपको) यह विदर्भ स्तरीय किसान उत्पादक कंपनियों की शिखर कंपनी है. वेपको को 180 किसान उत्पादक कंपनियां संलग्न है. इसमें 85 हजार किसान सहभागी है. विदर्भ के किसान उत्पादक कंपनियों को गांव स्तर पर कडधान्य, तेल बीज व तृणधान्य आदि की सरकार की आधारभूत कीमतों में खरीदी करने के लिए नोडल एजेंसी के रुप में मान्यता व कार्यक्षेत्र निश्चित करने वेपको व्दारा दिसंबर 2019 में नागपुर स्थित शित सत्र में सहकार व पणन विभाग के पास प्रस्ताव पेश किया था. उसके चलते 16 जनवरी 2020 को प्रधान सचिव की अध्यक्षता में मंत्रालय मुंबई में बैठक संपन्न होकर विधायक देवेंद्र भुयार, विपको के संचालक रमेश जिचकार, अनिल नौकरकर, नरेंद्र मेेंढे व मुख्य कार्यकारी अधिकारी धनंजय उरकुडे ने राज्य के पणन व सहकार विभाग के प्रधान सचिव अनुपकुमार, नाफेड के विभागीय अधिकारी को समूची जानकारी दी. इसके बाद विदर्भ के कार्यक्षेत्र को तत्वत: मान्यता दी गई और संलग्न कंपनियों को नाफेड कडधान्य खरीदी का अनुभव लेने की सूचना दी. उसके अनुसार फरवरी 2020 में विस्तृत संलग्न कंपनी की खरीदी रिपोर्ट पेश की और विधायक देवेंंद्र भुयार ने यह बात 4 नवंबर 2020 को राज्य के सहकार व पणन मंत्री बालासाहब पाटिल, कृषिमंत्री दादाजी भुसे के निदर्शन में लाकर दी व प्रधान सचिव को प्रस्ताव पेश करने की सूचना दी. उसके बाद 23 मार्च को वेपको को नोडल एजेंसी के रुप में मान्यता दी गई.