अमरावती

राज्यपाल कोश्यारी को राज्यपाल पद से तत्काल बर्खास्त करे

कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता एड.दिलीप एडतकर की मांग

* शिवाजी महाराज कौन पूछता कहने पर भडके
अमरावती/ दि.28– समर्थ रामदास नहीं होते तो शिवाजी महाराज को कौन पूछता था? समर्थ रामदास नहीं होते तो शिवाजी महाराज भी नहीं होते, ऐसा बेतुका वक्तव्य करने वाले राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी को केंद्र सरकार राज्यपाल पद से तत्काल बर्खास्त करे, ऐसी मांग प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता एड.दिलीप एडतकर ने की.
समर्थ के अलावा शिवाजी महाराज का स्थान क्या? यह राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी का प्रश्न मराठी व्यक्ति के पैर की आग मस्तक तक पहुंचाने वाली है. समर्थ नहीं होते तो शिवाजी महाराज नहीं होते, ऐसा कहने वाले राज्यपाल ने ऐसा कौनसा इतिहास पढा है? ऐसा सवाल भी एड.एडतकर ने पूछा. चाणक्य नहीं होते तो सम्राट अशोक नहीं होते, ऐसा बेफिजूल वक्तव्य राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी कर रहे है. औरंगाबाद शहर में आयोजित मराठी भाषा गौरव दिन के कार्यक्रम में राज्यपाल ने ऐसा कहा है, यह बात काफी निषेध युक्त है. शिवराया व महाराष्ट्र का अपमान करने वाली भाषा मराठी व्यक्ति बर्दास्त नहीं करेंगे, ऐसी भी चेतावनी एडतकर ने दी.
शिवराया की गुरु उनकी माताजी जिजाऊ थी. शिवराया ने कभी भी रामदास को अपना गुरु नहीं माना और जिंदगी में शिवराया व रामदास की कभी मुलाकात भी नहीं हुई. ऐसा होने के बाद भी रामदास स्वामी को जबर्दस्ती शिवराया का गुरु बनाने का बीडा कुछ लोगों ने उठाया है. इतिहास का यह विकृतिकरण निषेधयुक्त होने की बात एड. दिलीप एडतकर ने कही है. रामदास स्वामी महाराज के राज्य में निवास करने वाले केवल गोसावी ही थे. इसके अलावा किसी गोसावी को गुरु मानने की स्थिति शिवराया पर कभी नहीं आयी. ऐसा कहकर खुद का जीवन शानदार बनाने में असमर्थ रहे रामदास को जिने समर्थ कहना है, वे खुशी से कहे, परंतु शिवराया के गुरु थे, ऐसा कथई न कहे, ऐसा भी एडतकर ने कहा. उसका चिंतन भी अब राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी करे और केंद्र सरकार बगैर देरी लगाए राज्यपाल कोश्यारी को राज्यपाल पद से बर्खास्त करने की मांग एड.दिलीप एडतकर ने की है.

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