अमरावती

ग्रामीण छात्रों के लिए रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्राप्त करने हेतु ग्रेड प्रणाली सर्वोत्तम विकल्प : डॉ. दिलीप मालखेडे

टोम्पे कॉलेज में हुआ अंतर्राष्ट्रीय भौतिक शास्त्र सम्मेलन

चांदूरबाजार/दि.16– स्थानीय गो.सी. टोम्पे कला, वाणिज्य व विज्ञान महाविद्यालय में डीएसटी-एसईआरबी एवं आईक्यूएसी, संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ द्वारा प्रायोजित भौतिकशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय भौतिकशास्त्र सम्मेलन हाल ही में संपन्न हुआ. सम्मेलन का आयोजन रिसेंट एडवांस इन मटेरियल साइन्स एंड नॅनोटेक्नॉलॉजी विषय पर किया गया था. सम्मेलन की शुरुआत गणेश वंदना से की गई.
सम्मेलन का उदघाटन संगाबा विद्यापीठ अमरावती के कुलपति डॉ. दिलीप मालखेडे के हाथों किया गया. इस समय उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि संस्थान ने ग्रामीण क्षेत्रों में छात्रों के लिए उपयोगी सुविधाएं प्रदान की है. भास्करदादा टोम्पे की अध्यक्षता में आयोजित सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रुप में गवर्नमेंट प्रीआईएएस ट्रेनिंग सेंटर के संचालक डॉ. एस.एस. यावले, संगाबा के पूर्व डीन डॉ. एफ.सी. रघुवंशी, आईक्यूएसी समन्वयक प्रा.डॉ. संदीप वाघोले उपस्थित थे. इस अवसर पर सम्मेलन में गणमान्य व्यक्तियों के हाथों संशोधन पर स्मरण पुस्तिका का विमोचन किया गया. कार्यक्रम का संचालन प्रा. डॉ. निधि दीक्षित व प्रा. डॉ. युगंधरा गुल्हाने ने, मेहमानों का परिचय प्रा. डॉ. प्रिया देवले, प्रस्तावना प्रा. डॉ. धनंजय बिजवे ने की.
सम्मेलन के समापन अवसर पर प्रो. डॉ. देवराज सिंह, डॉ. राजेश जयपुरकर, प्रो. डॉ. एस.के. ओमनवार, डॉ. विजय पावडे, डॉ. पवार, डॉ. विजय टोम्पे, प्राचार्य डॉ. रामटेके, डॉ. गव्हाले, डॉ. बनसोड, डॉ. माणिक उपस्थित थे. इस समय अध्यक्ष के रुप में संस्था के सचिव भास्करदादा टोम्पे उपस्थित थे. कार्यक्रम के अंत में डॉ. आशुतोष राजगुरे ने सम्मेलन के सर्वश्रेष्ठ पोस्टर, मौखिक, प्रेरणादायक पुरस्कार एवं उत्कृष्ट अकादमिक उत्कृष्टता पुरस्कार की घोषणा की व विजेताओं को गणमान्यों व्दारा सम्मानित किया गया. सम्मेलन में विभिन्न राज्यों से करीबन 200 शोधकर्ताओं ने पंजीकरण कराया. वहीं 24 प्रतिभागियों ने अपने शोध मौखिक रुप से प्रस्तुत किए. समापन कार्यक्रम का संचालन प्रा. डॉ. उमेश कनेरकर व प्रा. डॉ. श्रीकृष्ण उम्बरहाड़े द्वारा किया गया. इस परिषद के लिए सत्र में अध्यक्ष के रुप में प्रा.डॉ. गोपाल धोकणे, प्रा.डॉ.आर.डी.बरडे,प्रा. डॉ.अनंत वडतकर,प्रा.बनसोड उपस्थित थे.कार्यक्रम को सफल बनाने प्रा. डॉ. गव्हाले, प्रा.डॉ. सुमित इंगले, प्रा.तुषार नाकाडे,प्रा. डॉ. प्रवीण परिमल,प्रा.डॉ.प्रफुल्ल चौधरी,प्रा.डॉ.नवसालकर,प्रा. आर. के., प्रा.आजनकर आदि ने परिश्रम किया.

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