अमरावती प्रतिनिधि/दि.8 – ग्रापं. चुनाव के मद्देनजर प्रत्याशियों के चुनाव चिन्ह वितरित किये गए है. चुनावी चिन्ह वितरण के लिए 72 घंटे का अवधि भी पूरा हो चुका है. इसके बावजूद ग्रापं. चुनाव में कुछ उम्मीदवारों का नाम अब तक ईवीएम मशीन पर कौनसे नंबर पर है यह पता नहीं चल पाया है, इसलिए डमी मतपत्रिका कब छापी जाए और प्रचार की शुरुआत कब करें, यह प्रश्न अब प्रत्याशियों का सताने लगा है.
यहां बता दें कि ग्रामपंचायत चुनाव के चलते चुनाव विभाग की गडबडियों से प्रत्याशियों का सिरदर्द बढ गया है. उम्मीदवारों को प्रचार सभा, बैठके छोडकर नए संकट का सामना करना पड रहा है. अंजनगांव सुर्जी, दर्यापुर, धामणगांव रेलवे सहित जिले के अन्य तहसीलों में प्रचार फिलहाल ठंडा नजर आ रहा है. जिले में 553 ग्रामपंचायतों के 15 जनवरी को चुनाव लिये जा रहे है. इनमें से 12 ग्रामपंचायत निर्विरोध चुने जाने से 541 ग्रामपंचायतों में प्रत्यक्ष चुनाव के जरिये सदस्य चुने जाएंगे. चुनाव में इच्छुक प्रत्याशियों ने 30 दिसंबर से पूर्व अपना नामांकन दाखिल कर लिया. इसके बाद 4 जनवरी को नामांकन वापस लेने वाले प्रत्याशियों की भी स्थिति स्पष्ट हो गई. जिसके चलते इसी दिन दोपहर के बाद चुनाव मैदान में डटे सभी 12 हजार उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह का वितरण किया गया है. उम्मीदवारों की संख्या ज्यादा रहने से चिन्ह वितरण का सिलसिला देर रात तक जारी रहा. इसके अलावा उम्मीदवारों को दिए गए चिन्हों का पंजीयन चुनाव आयोग की वेबसाइड पर भी अधिकारियों को करना पड रहा था. यह पंजीयन करते समय कुछ प्रमाण में गडबडी भीहुई है. आयोग की वेबसाइड विशिष्ट अवधि तक शुरु रहने वाली थी, लेकिन इस समय में संबंधित विभाग की ओर से गलतियों को दुरुस्त नहीं किया गया. जिसके चलते उम्मीदवारों का ईवीएम का नंबर बताना संभव नहीं हुआ है. वहीं दूसरी ओर चिन्ह वितरण की भी ऑनलाइन पंजीयन दुरुस्त करने में भी दिक्कतें आने से चुनाव आयोग को संबंधित विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ने वेबसाइड शुरु करने के लिए आयोग की विनंती करनी पडी. इसके बाद आयोग की ओर से वेबसाइड शुरु करने के बाद कर्मचारियों ने उम्मीदवारों को दिये चिन्हों की जानकारी बगैर गलतियों के फीड की. तीन दिनों बाद उम्मीदवारों के नाम का ईवीएम पर क्रम निर्धारित किया गया.
सूत्रों के अनुसार राज्य चुनाव आयोग ने बुधवार को वेबसाइड शुरु की थी जो गुरुवार की सुबह 8 बजे बंद कर दी गई. इसलिए कुछ तहसीलों में बुधवार देर रात तक उम्मीदवारों का पंजीयन कराने की प्रक्रिया चल रही थी.
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समस्या हुई दूर, क्रम भी दिया
चुनावी मशीनों में तकनीकी फाल्ट आने से बडा संकट गहराया गया था, लेकिन योग्य रुप से उसका हल किया गया. चुनाव आयोग के काम में गलती को माफी नहीं. इसलिए काम को सावधानीपूर्वक करना पडता है. चिन्ह वितरण की जानकारी आयोग को ऑनलाइन देते समय कुछ जगहों पर दिक्कतें आयी. इसके अलावा आयोग की वेब साइड विशिष्ट समय के बाद लॉक होने से अडचणें बढ गई थी, लेकिन यह अडचणें भी दूर होने की जानकारी एक अधिकारी ने दी.