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कामगारों को 90 दिन काम करने का प्रमाणपत्र ग्रामसेवक कराए उपलब्ध

सीटू ने जिला परिषद के सामने किया प्रदर्शन

अमरावती/दि. 12 – निर्माण कार्य पर काम करनेवाले कामगारों को 90 दिन काम करने का प्रमाणपत्र ग्रामविकास अधिकारी अथवा ग्रामसेवक की तरफ से उपलब्ध कराने की मांग को लेकर आज जिला परिषद कार्यालय के सामने सीटू संलग्नित अमरावती जिला इमारत निर्माण व्यवसाय कामगार संगठना ने प्रदर्शन किया.
संगठना के पदाधिकारियों ने प्रदर्शन करते हुए जिप की सीईओ को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि, बांधकाम कामगारों को 90 दिन काम करने का प्रमाणपत्र ग्रामविकास अधिकारी अथवा ग्रामसेवक की तरफ से उपलब्ध कर देने बाबत इसके पूर्व 4 मार्च को ज्ञापन दिया गया था. इस पर कोई कार्रवाई न होने से 31 मई को इसी विषय को लेकर स्मरणपत्र दिया गया था. इस पत्र को मिलने के बाद उपमुख्य कार्यकारी (पंचायत) ने 4 जुलाई को सभी गटविकास अधिकारी के नाम पत्र जारी कर आदेश दिए कि, शासकीय अधिसूचना के मुताबिक जो बांधकाम व अन्य निर्माण कामगारों के काम अस्थाई स्वरुप के है और इस कारण कामगारों को एक से अधिक मालिक के पास काम करना पडता है, ऐसे इमारत व अन्य बांधकाम कामगारों को संबंधित ग्रामपंचायत के ग्रामसेवक द्वारा प्रमाणपत्र निर्गमित किए जाए. साथ अधिसूचना में दर्ज 21 तरह के विविध क्षेत्र में काम करनेवाले कामगारों को निर्माण कामगार समझा जाए. इस संबंध में आदेश पारित होने को एक माह बितने के बावजूद किसी भी ग्रामसेवक व ग्रामविकास अधिकारी ने कोई कामगारों को 90 दिन काम करने का प्रमाणपत्र नहीं दिया है. ग्रामसेवक संगठना का आदेश आनेतक प्रमाणपत्र न देने की भूमिका सभी ग्रामसेवको की है. यह बात जिला परिषद कार्यालय के आदेश का अपमान करनेवाली है. इस बाबत ग्रामसेवक संगठना को हिदायत दी जाए और कामगारों को 90 दिन का काम करने का प्रमाणपत्र उपलब्ध करने की मांग सीटू की तरफ से आज धरना आंदोलन के दौरान की गई. इस आंदोलन में अंकुश वाघ, ओमप्रकाश वाघमारे, राजेंद्र भांबोरे, नीतेश पाचघरे, सुरेश मोरघडे, संतोष निमकर, रमेश सोनुले सहित अनेकों का समावेश है.

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