आदिशक्ति देवस्थान में भव्य आषाढी महोत्सव
सुर्द्शन समाज के 300 वर्षे प्राचीन व जागृत
अमरावती/दि.24– स्थानीय जुना बायपास रोड स्थित विदर्भ के लाखों सुदर्शन समाज बंधुओं के कुलदेवी के एकमेव प्राचीन श्रध्दा स्थान स्वरूप माता आदिशक्ति देवस्थान है. यह 300 वर्ष प्राचीन व जागृत यह आदिशक्ति देवस्थान ने आषाढी शुल्कपक्ष से सभी समाज बंधु भक्त दर्शन पूजन की शुरूआत करते हैं. समाज की दृष्टि से इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम को आषाढी महोत्सव कहा जाता है. यहां देवस्थान में हर वर्ष सैकडों की संख्या में सुदर्शन समाज बंधु/ माता के अन्य भक्त सैकडों की संख्या में उपस्थित थे.
आदिशक्ति देवस्थान में सर्वप्रथम आषाढी महोत्सव निमित्त प्राचीन परंपरानुसार समाज के प्रमुख महंत के हाथों से माता के 9 ्र प्राचीन व जागृत साक्षात स्वरूपी (मूर्ति) को स्नान करवाया गया. सिंदुर चढाकर माल्या अर्पण किया गया. संपुर्णत ध्वजा व तोरण से सजे देवस्थान में प्रमुख महंत समाज के अनेक मान्यवर, सैकडों समाज बंधुओं की उपस्थिति में आषढी महोत्सव कार्यक्रम किया गया. तत्पश्चात माता आदि शक्ति के दर्शन पूजन हेतु शुरूआत हुई. दर्शन पूजन से सैकडों भक्तों की भीड लगी थी.
कार्यक्रम में रतन पासरे, रूपलाल कनोजे, रामदास महातो, अशोक पासरे, अजय कनोजे, बबलू इमले, विनोद पछेल, रामु इमले, रोहित पछेल , इंद्रपाल समुंद, किसन काले, दुर्गेश मोगरे, जगदीश पछेल, नीलेश कनोजे,आदर्श उसरे, पवन पासरे, अमित उसरे, रामेश पछेल, सुमीत उसरे, नरेश धवसेल, सुरेश धवसेल, संजय पासरे, गणेश पासरे, मनोज पासरे, गोलु पछेल आदि सैकडों समाज बंधु, महिला युवक-युवतिया, बच्चे इस महत्वपूर्ण धार्मिक कार्यक्रम में बडी संख्या में उपस्थित हुए.