अमरावती/दि.23- सकल दिगंबर जैन समाज अमरावती के तत्वावधान में यहां की पुण्यधरा पर पहली बार भव्य समवशरण महामंडल विधान का प्रारंभ यहां रतन भवन के पास षटखंजगम भवन में आज से हर्षोल्लास से हुआ. श्री सैतवाल दिगंबर जैन मंदिर बुधवारा चौक व्दारा आयोजित धार्मिक अनुष्ठान में प्रात: काल से ही मंडप शुद्धी, समवशरण उद्घाटन, पात्र चयन, आचार्य श्री के आर्शीवचन कार्यक्रम ब्र. आशीष भैया पुण्यांश व्दारा सभी क्रिया और भगवान का अभिषेक शास्त्रोक्त विधि से संपन्न कराया गया. महाअनुष्ठान में प्रमुख पात्रों का चयन बोली के माध्यम से किया गया.
सर्वप्रथम अशोक सावलकर के हस्ते ध्वजारोेहण किया गया. उपरांत मंडप का उद्घाटन सुरेश डोलस व्दारा किया गया. प्रमुख पात्रों में इंद्र-इंद्राणी बनने का सौभाग्य नेमीकुमार मानेकर, देवीदास नखाते, अशोक सावलकर, अरुणाताई गिर्हे को प्राप्त हुआ. कुबेर इंद्र-सचिन संगई, महायज्ञ नायक सतीश अन्नदाते, यज्ञनायक संजय विटालकर, इशान इंद्र- अमिता नितेश जैन, सानत कुमार इंद्र-इंद्राणी प्रियंका राजेश हनुमंते, माहेंद्र इंद्र-तनु आशीष जैन, ब्रम्ह इंद्र- राजेंद्र खरकाले, ब्रम्होत्तर-नीलिमा प्रकाश कस्तुरे, लालंतक इंद्र-लता सुरेेंद्र सिंगई, सामान्य इंद्र बनने का सौभाग्य सुरेखा मनोहर महाजन, सीमा अमरदीप गंगवाल, नीलिमा रवि कुमार जैन, निता प्रमोद बगत्रे, मीना भेलांडे, संगीता सुनील तिप्पट, वंदना राजेंद्र वन्नोरे, पंकज पोहरे, रुपाली सुदर्शन गुलाकरी को प्राप्त हुआ. सभी पात्रों को आचार्य श्री का आशीष मिला. पात्रों के चयन पश्चात सभी के लिए महाप्रसाद जयंत प्रभाकरराव पोहरे के सौजन्य से रहा. संध्या समय में आरती, गुरुभक्ति, आनंद यात्रा और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे. 24 मई को विधानअनुष्ठान प्रात: 6 बजे से 11 बजे तक रहेगा.
उल्लेखनीय है कि 27 मई तक यह विधान चलेंगे. 28 मई रविवार को भव्य नगर शोभायात्रा के साथ समापन होगा. श्री सैतवाल दिगंबर जैन मंदिर के सभी पदाधिकारी का बहुमूल्य योगदान प्राप्त हो रहा है.