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भव्य-दिव्य और अभूतपूर्व रहा राजस्थानी समाज के मेधावियों का सत्कार समारोह

राजस्थानी हितकारक मंडल का उपक्रम रहा बेहद शानदार

* स्व. श्री नारायणदासजी लक्ष्मीनारायणजी पनपालिया की स्मृति में हुआ आयोजन
* माहेश्वरी भवन में सह परिवार सम्मानित किये गये राजस्थानी समाज के मेधावी
अमरावती/दि.8– विदर्भ क्षेत्र के सबसे पुराने और करीब 80 वर्षों का इतिहास रखनेवाले राजस्थानी हितकारक मंडल द्वारा अपनी 34 वर्षों की शानदार परंपरा का निर्वहन करते हुए गत रोज राजस्थानी समाज के मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने हेतु सत्कार समारोह का आयोजन किया गया था, जो बेहद भव्य-दिव्य और अभूतपूर्व रहा. राजस्थानी समाज के प्रतिष्ठित नागरिक रहे स्व. श्री नारायणदासजी लक्ष्मीनारायणजी पनपालिया की पावन स्मृति में आयोजीत इस सत्कार समारोह में राजस्थानी समाज के मेधावी छात्र-छात्राओं का उनके अभिभावकों सहित भावपूर्ण सत्कार किया गया. बेहद पारिवारिक माहौल में आयोजीत इस सत्कार समारोह में राजस्थानी समाज के सभी स्थानीय गणमान्य बडी संख्या में उपस्थित थे. जिन्होंने कक्षा 10 वीं के 36, कक्षा 12 वीं के 33, सीए परीक्षा के 8 एवं विद्यापीठ परीक्षा के 9 मेधावी छात्र-छात्राओं का अभिनंदन करते हुए उन्हें अपनी शुभकामनाएं दी.
राजस्थानी हितकारक मंडल के अध्यक्ष तथा दैनिक अमरावती मंडल व दैनिक मातृभुमि के संपादक अनिल अग्रवाल की अध्यक्षता में आयोजीत इस सत्कार समारोह में बतौर प्रमुख अतिथी पूर्व पालकमंत्री व विधान परिषद सदस्य प्रवीण पोटे पाटील, राकांपा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके, मनपा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस के शहराध्यक्ष बबलू शेखावत, ख्यातनाम उद्योगपति व समाजसेवी गोपाल पनपालिया, राजस्थानी हितकारक मंडल के वरिष्ठ मार्गदर्शक पं. देवदत्त शर्मा, सचिव रामेश्वर गग्गड मंचासीन थे. कार्यक्रम के प्रारंभ में सभी अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम के संयोजक मुकेश लोहिया तथा सहसंयोजक संजय राठी, गिरीश डागा, प्रा. सीताराम राठी व मनीष कटारिया द्वारा भावपूर्ण सत्कार किया गया एवं गणेश वंदना करते हुए इस आयोजन का प्रारंभ हुआ. जिसमें सर्वप्रथम संयोजक प्रा. मुकेश लोहिया ने इस आयोजन की प्रस्तावना रखते हुए सभी उपस्थित छात्र-छात्राओं व उनके अभिभावकों का मार्गदर्शन किया. जिसके उपरांत गणमान्य अतिथियों ने अपने विचार व्यक्त करने के साथ ही राजस्थानी समाज के सभी मेधावी छात्र-छात्राओं का अभिनंदन किया और गणमान्य अतिथियों के हाथों सभी मेधावी छात्र-छात्राओं का उनके अभिभावकों सहित स्मृतिचिन्ह व प्रमाणपत्र प्रदान करते हुए भावपूर्ण सत्कार किया गया.
कार्यक्रम में संचालन प्रा. प्रवीण नावंदर व पूजा जोशी ने किया. वही कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों व समाज के गणमान्य नागरिकों सहित आयोजन को सफल बनाने हेतु प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष सहयोग देनेवाले सभी गणमान्यों के प्रति राजस्थानी हितकारक मंडल के सचिव रामेश्वर गग्गड ने आभार ज्ञापित किया. इस आयोजन में सर्वश्री एड. नंदकिशोर कलंत्री, संजय अग्रवाल, अमित मंत्री, मनोहर उपाध्याय, साहिल खंडेलवाल, अमित मंत्री, वसंतकुमार दवे, मुकेश लोहिया, अनिल अग्रवाल, बिहारीलाल बुब, रमेश सारडा, नितीन देशमुख, भरत चिरानिया, राधेश्याम भुतडा, गौरव जाजोदिया, हर्षा राठी, श्रृति राठी, विशाल राठठी, वीरेंद्र शर्मा, विजय अग्रवाल (मामा), मनीष कटारिया, किरण मित्तल, राजेश अग्रवाल, सिध्देश सोनी, राजेंद्रसिंह राजपुत, मदन सोनी, चमनकुमार दवे, डॉ. राधेश्याम चांडक, हेमंत चांडक, कान्हा राठी, मदनलाल राठी, गोपाल राठी, वनिता राठी, भक्ती साबू,रामप्रकाश गिल्डा, सागर शर्मा, किर्ती शर्मा, आकाश गग्गड, अनुराग लाहोटी, रिना लाहोटी, श्रीकांत झंवर, पल्लवी टावरी ईशा लढ्ढा, शांतिलाल कलंत्री, प्रा. प्रवीण नावंदर, डॉ. प्रा. गिरीश डागा, रचना सुदा, खुशी सुदा, गोपालदास राठी, तनिषा अग्र्रवाल, निधी हेडा, अथर्व साबू, आशिष साबू, विनिता साबू, राजेश मित्तल, कमलकिशोर बूब, दक्ष गांधी, जया करवा, पराग भट्टड, सुरेश रतावा, अजय जैन, आयुष लढ्ढा, सतीश मित्तल, रामप्रकाश गिल्डा, अजिंक्य ककरानिया, गोकुल बुब, श्रेया गट्टाणी, नम्रता लढ्ढा, रूचिका लढ्ढा, दिशा डागा, देवदत्त जोशी, सचिन पसारी, सारिका पसारी, चंद्रकांता भंडारी, बंकटलाल राठी, हरिकिसन सोनी, पराग खंडेलवाल, नंदकिशोर डागा, हर्षा भट्टड, बीना तिवारी, श्यामसुंदर तिवारी, श्रध्दा पनपालिया, निमीचंद्र भंडारी, राजेंद्र मोहता, मुकेश छांगाणी, रिध्दी चांडक, श्याम शर्मा, किरण मुंधडा, उषा राठी, मोहित राठी, जवाहर व्यास, धनश्याम वर्मा, सानंद जाजू, रिशी अग्रवाल, पुरूषोत्तम मूंधडा, मधुरा नावंदर, घनश्याम नावंदर, सुभाष चांडक, अनिल नरेडी, समृध्दी मुंधडा, गोकुल बूब, गोपाल गोपाल बजाज, आनंदीलाल डागा, सुरेश राठी, वेदिका करवा, मनीष खंडेलवाल, हरीभाई सोनी, सतीश राजपुरिया, दीपक पटवा, डॉ. दीपक करवा, संजय जाजू, शंकर लाहोटी, वसंत कलंत्री, अनिल कोठारी, रमेश साबद्रा, ओमप्रकाश चांडक, शितल भट्टड, अनुप अग्रवाल, सुनिल केडिया, आशा गग्गड, आकाश गग्गड व गोकुल गग्गड सहित अनेकों गणमान्य उपस्थित थे.
* इन मेधावियों का हुआ भावपूर्ण सत्कार
इस आयोजन के दौरान गणमान्य अतिथियों के हाथों कक्षा 10 वीं व 12 वीं सहित सीए की परीक्षा एवं विद्यापीठ की परीक्षा में शानदार अंक प्राप्त करते हुए उत्तीर्ण होनेवाले मेधावी छात्र-छात्राओं का प्रमाणपत्र व स्मृतिचिन्ह देकर सहपरिवार सम्मान किया गया. इस अवसर पर कक्षा 10 वीं के 36, कक्षा 12 वीं के 33, सीए परीक्षा के 8 एवं विद्यापीठ परीक्षा के 9 मेधावी छात्र-छात्राओं का उनके अभिभावकों सहित सम्मान हुआ. सम्मानित होनेवाले मेधावियों में कक्षा 10 वीं के आदर्श आशिष राठी, पार्थ नितेश खत्री, मीनल महेश हेडा, महक नितीन भट्टड, प्रियल सचिन लढ्ढा, गौरी प्रशांत लढ्ढा, तनीक्षा पंकज अग्रवाल, माधुरी मुलचंद जोशी, सिध्देश राधेश्याम सोनी, एकता दिलीप टावरी, मयंक दीपक पटवा, सांची शैलेश सारडा, ईशिता विशाल सुरेका, पुर्वा शैलेश राठी, आश्रीत संजय बंग, अनुराग अजय लाहोटी, भक्ति मनोज साबू, हितेश चंद्रशेखर भट्टड, प्रणव पवन अट्टल, तन्मय शैलेश जाजू, खुशी मनीष सुदा, सानिका संदीप कलंत्री, कान्हा गोपाल राठी, अपूर्वा पवन बंग, मधुर श्रीप्रकाश सोनी, प्रचिता लक्ष्मीकांत सोमाणी, हितस्वी ललीत बुच्चा, हार्दीक रामनारायण अग्रवाल, सर्वेश सतीश गट्टाणी, मानसी मुकेश गट्टाणी, अदिती प्रमोद वर्मा, मनस्वी अनुप अग्रवाल, जान्हवी निलेश दम्माणी, अनुष्का अमित हेडा, ईशा ओमप्रकाश लढ्ढा, गौरी मनीष वर्मा, कक्षा 12 वीं के दिशा गिरीश डागा, निरज कैलाश ककरानिया, पराग संदीप भट्टड, श्रध्दा पवन पनपालिया, श्रेया महेश गट्टाणी, समृध्दी राजेश मुंधडा, मधुरा धिरज नावंदर, किर्ती हरीशकुमार शर्मा, हर्ष सतीश मित्तल, देवांश नितीन भंसाली, भूमि अजीत जैन, लीना श्याम तिवारी, स्वयम राजेश अग्रवाल, साक्षी विजय बजाज, पार्थ राजेश सोनी, दक्ष शैलेश गांधी, शशांक नरेश डागा, प्रणव खंडेलवाल, आयुष सचिन लढ्ढा, वेदिका निखिल करवा, पूर्वा गिरीराज कोठारी, राधिका अनुराग कासट, मोहित श्यामसुंदर राठी, श्रध्देय राजेश चांडक, रीया सुशील गांधी, लच्छा रविकुमार कोठारी, अथर्व आशिष साबू, उन्नती सीताराम राठी, गुंजन आशिष राठी, रिध्दी राजकुमार चांडक, नमानी अमरीश चांडक, यश पवन भट्टड, कु. खुशी शरद कासट, सीए परीक्षा के मिनल शंकर लाहोटी, रिध्दी वसंत कलंत्री, सुमित अग्रवाल, श्रेयश नविनचंद्र भंडारी, मोहन भट्टड, विशाल भंडारी, निधी राजेश हेडा, श्रेयांश अजय मुणोत, विद्यापीठ परीक्षाओं के राधिका जीतेंद्र करवा, सोनल हेमंत चांडक, राघव अनुज खंडेलवाल, गौरव मनोज शर्मा, सागर बंकटलाल शर्मा, जया सुनील करवा, नेतल सुभाष चांडक, स्वराज श्याम शर्मा, ईश्वर राजेंद्र भट्टड आदि का समावेश रहा.

* किताबी ज्ञान के साथ व्यवहारिक ज्ञान व कौशल्य को आत्मसात करने का प्रयास करें
इस अवसर पर अपने अध्यक्षीय संबोधन में राजस्थानी हितकारक मंडल के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि, पहले की तुलना में अब ज्ञान प्राप्ती के अनेकों दालान व स्त्रोत खुल गये है. किंतु पाया जाता है कि, जहां पिछली पीढी अपनी शालेय पढाई-लिखाई के साथ-साथ प्रात्यक्षिक ज्ञान एवं व्यवहारिक कौशल्य में काफी हद तक दक्ष हुआ करती थी. वहीं मौजूदा पीढी केवल किताबी ज्ञान तक ही सीमित हो गई है. ऐसे में बेहद जरूरी है कि, हमारी नई पीढी अपने व्यक्तित्व के चर्तुमुखी विकास पर ध्यान दें. साथ ही पढाई को नौकरी प्राप्त करने का जरिया बनाने की बजाय अपनी पढाई पूरी करने के बाद स्वयंरोजगार के क्षेत्र में हाथ आजमाये. साथ ही साथ अपने परिवारों द्वारा चलाये जानेवाले परंपरागत व्यवसायों को आधुनिक स्वरूप के साथ चलाने के बारे में विचार करे. इस समय अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बदलते वक्त के साथ राजस्थानी समाज द्वारा अंगीकृत किये जा रहे परिवर्तनों को स्वागतयोग्य बताते हुए नई पीढी से यह आवाहन भी किया कि, जिस तरह राजस्थानी समाज की पिछली पीढी ने व्यवसायिक सफलता अर्जित करने के साथ-साथ अपनी सामाजिक व धार्मिक जिम्मेदारियों का निर्वहन किया. उस परंपरा को नई पीढी भी विरासत के तौर पर आगे लेकर चले.
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* सिविल सर्विसेस में आने के लिए खुद को करें तैयार
इस कार्यक्रम में बतौर प्रमुख अतिथी अपने विचार व्यक्त करते हुए पूर्व पालकमंत्री व विधान परिषद सदस्य तथा पीआर पोटे पाटील शिक्षा संस्था के अध्यक्ष प्रवीण पोटे पाटील ने कहा कि, शिक्षा में ही व्यक्ति, परिवार, समाज और देश को बदलने का सामर्थ्य है तथा जो बच्चे पढाई-लिखाई में बेहद तेज है, उन्हें चाहिए कि, वे पढाई पूरी करते ही कैम्प्स के जरिये नौकरियों व पैकेज के पीछे भागने की बजाय कुछ समय स्पर्धा परीक्षाओं की तैयारी के लिए दें और स्पर्धा परीक्षाओं को उत्तीर्ण करते हुए सरकारी सेवा में आये. इस जरिये देश में काफी बडा परिवर्तन लाया जा सकता है. क्योंकि देश को भी अपना कामकाज चलाने के लिए बेहतरीन से बेहतरीन दिमागों की जरूरत है. साथ ही पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे ने किसी समय व्यापार-व्यवसाय के साथ ही धर्म-कर्म के काम में सबसे आगे रहनेवाले राजस्थानी समाज के अब शिक्षा क्षेत्र में उंचे उठते आलेख पर भी हर्ष जताया.

* मेधावियों का पलायन रोकने प्रयास जरूरी
इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके ने कहा कि, मौजूदा दौर में बच्चे तो अपनी पूरी मेहनत के साथ पढाई-लिखाई करते हुए उल्लेखनीय सफलताएं और उपलब्धियां हासिल कर रहे है, लेकिन पढाई पूरी करने के बाद स्थानीय स्तर पर उनके लिये काम करने के अवसर ही उपलब्ध नहीं है. ऐसे में उन्हें अपनी काबिलियत व योग्यता के लिहाज से काम प्राप्त करने के लिए बाहरी जिलों, राज्यों व देशोें का रास्ता पकडना पडता है. ऐसे में बेहद जरूरी है कि, स्थानीय स्तर पर ही विभिन्न तरह के अवसर उपलब्ध कराने का प्रयास हो, ताकि हमारे मेधावी बच्चों का यहां से पलायन रूक सके.
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* कौशल्ययुक्त व रोजगारक्षम शिक्षा की जरूरत
इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए मनपा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस के शहराध्यक्ष बबलु शेखावत ने कहा कि, बदलते दौर के साथ हर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढी है. जिसके चलते बेहद जरूरी है कि, अब शिक्षा क्षेत्र में रोजगारक्षम व कौशल्यपूर्ण पढाई-लिखाई करवाई जाये, ताकि सभी बच्चे प्रतिस्पर्धा के इस युग में टिक सके. साथ ही उन्होंने राजस्थानी समाज द्वारा राजस्थान से विस्थापित होकर देश सहित दुनिया के अलग-अलग कोनों में बसने के बावजूद अपने संस्कारों व संस्कृति को संजोये रखने का काम किया है. जो अपने आप में बेहद उल्लेखनीय है.

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