अचलपुर में निकली भव्य-दिव्य कलश यात्रा
एकादश कुंडात्मक श्रीराम महायज्ञ के निमित्त हुआ आयोजन
* 50 हजार महिला व पुरुष भाविकों ने दर्शायी उपस्थिती
परतवाड़ा/दि.29 – अचलपुर के पास स्थित बालाजीपुरम स्वामी समर्थ केंद्र के निकट सुलतानपुरा में आज 29 नवंबर से आगामी 8 दिसंबर तक एकादश कुंडात्मक श्रीराम महायज्ञ संगीतमय श्रीराम कथा तथा राष्ट्रीय संत संमेलन का आयोजन किया गया है. इस आयोजन के शुभारंभ अवसर पर भव्य दिव्य कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें महिला व पुरुष भाविकों ने अपनी उपस्थिति दर्शायी. उल्लेखनीय है कि, अचलपुर शहर के इतिहास में पहली बार इतने भव्य पैमाने पर कोई धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन देखा जा रहा है. जिसके चलते आज सुबह से ही कलशयात्रा को लेकर अचलपुर शहर में सभी कड़े इंतेजाम किये गये थे.
यह कलश यात्रा और संत दर्शन यात्रा अचलपुर शहर के टक्कर चौक स्थित राम मंदिर से शुरु हुई. पश्चात जैसे-जैसे कलश यात्रा का कारवां आगे बढ़ता गया, वैसे-वैसे भक्तों की संख्या भी बढ़ती गई. हर मोड़ पर भाविक भक्तों का जत्था विराट स्वरुप लेता दिखाई दिया. हिमालय की चोटी से लेकर कन्याकुमारी तक के महापुरुषों का इस यात्रा में समावेश रहा, जिनकादर्शन लाभ प्राप्त करने के लिए भक्तों में होड़ मची थी. इसके तहत शहर में जगह-जगह पर साधु संतों के रथ व बग्घियों को रोककर शहरवासियों ने उनका पूजन किया और हार-फूल चढ़ाकर उनका स्वागत करते हुए उनका आशिष पाया.
इस आयोजन हेतु आयोजन स्थल पर भव्य-दिव्य तीन मजली महायज्ञ कुंड निर्मिती की गई है. इस स्थान पर पूजन आदि करने के बाद यात्रा का आरंभ किया गया. कलशयात्रा का शहर वासियों ने भव्य स्वागत करते हुए शहर के रास्तों पर रंगोली बनाकर व संतों पर फूलों की वर्षा कर विविध स्थानो पर कलशयात्रा की शानदार अगुवानी की. यात्रा स्वरुप इतना विराट और भव्य था कि हर कोई इसमें खो गया. इस कलशयात्रा को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए पुलिस विभाग द्वारा पुरे यात्रा के दौरान तगड़ा बंदोबस्त रहा.
आज आयोजित की गई कलश यात्रा का विशेष आकर्षण आंतरराष्ट्रीय श्रीराम कथा प्रवक्ता श्री श्री 1008 श्री महामंडलेश्वर श्रीराम मोहनदासजी रामायणी महाराज, श्री श्री 108 नर्मदा दासी माताजी, श्री श्री 108 विष्णू मोहनदास जी महाराज, आचार्य सुदर्शनजी महाराज, श्री श्री 108 श्री माधवदासजी महाराज आदी साधू-संतों के पावन आगमन रहा.
शहर में पहली बार इतने भव्य पैमाने पर संपन्न होने जा रहे इस आयोजन को सफल बनाने के लिए विविध समितियों का गठन किया गया है. इस भव्य दिव्य महायज्ञ कुंड़ का निर्माण करने के लिए विशेष तौर पर राजस्थान से 5 लोगों की टीम को आमंत्रित किया गया था. जिसने लोहे की वस्तुओं का उपयोग किये बिना बांस, लकडी, रस्सी के सहायता से 3 मंजिला लगभग 40 फूट उंचा भव्य – दिव्य महायज्ञ कुंड निर्माण किया. इस भव्य – दिव्य महायज्ञ कुंड शाला में चारों दिशा से चार दरवाजों की व्यवस्था की गई है और यहां एक समय पर लगभग 1000 भाविक भक्त यहां एक समय में बैठ सकेंगे.
चांदूरबाजार से रासेगाव रोड पर बालाजीपूरम के निकट सुलतानपूरा मेें आज से 8 दिसंबर के दौरान आचार्य सुदर्शनजी महाराज वृंदावन के मार्गदर्शन में सुबह 7 से 12 तक एकादश कुंडात्मक श्रीराम महायज्ञ आयोजित किया गया है. जिसका प्रारंभ आज हिमाचल प्रदेश निवासी आंतरराष्ट्रीय श्रीराम कथा प्रवक्ता श्री श्री 1008 श्रीमहंत श्रीराम मोहनदासजी रामायणी महाराज इनकी दिव्य वाणी से श्रीराम कथा प्रारंभ हो गया है. कल 30 नवंबर को यज्ञ मंडप प्रवेश देव पूजन ,ब्राह्मण मंडली पूजन किया जायेगा. इस भव्य – दिव्य कार्यक्रम की सफलता के लिए विविध समितीयों के सभी सदस्य अथक प्रयास कर रहे हैं.