अमरावती

शहर सहित जिले में कल वृषभराज के प्रति व्यक्त की जाएगी कृतज्ञता

बैलों के कांधों पर हल्दी और घी का आज लगेगा उबटन

अमरावती/दि.13– भारत एक कृषिप्रधान देश है और ज्यादातर किसान खेती करने के लिए बैलों का प्रयोग करते हैं. इसलिए सभी किसान पशुओं की पूजा आराधना करके उन्हें धन्यवाद कहते हैं. इस पर्व को दो तरह से मनाया जाता है. एक होता है बडा पोला और दूसरा होता है तान्हा पोला. पोला पर्व के पहले दिन किसानों ने अपने बैलों के मुंह और गले से रस्सी निकाल दी. दो दिन तक चलनेवाले पोला पर्व के पहले दिन बुधवार की शाम वृषभराज के कांधों पर घी और हल्दी का उबटन लगाया जाएगा. पूरे सालभर वृषभराज किसानों के सहायक बन कर खेतों में कडी मेहनत करते है. अपने कांधों पर हल का बोझ लेकर जुताई करते है. इसलिए कृषक परिवार के सदस्यों द्वारा हल्दी और घी से बैलों के कांधे की मालिश की जाती है. तथा उनके कांधों की सिकाई कर राहत दी जाती है. आज कृषक परिवार के घरों में हर हर महादेव नाम की गूंज सुनाई देंगी.
* कल निकाली जाएंगी भव्य शोभायात्रा
गुरुवार को शहर सहित जिले में बड़ा पोला मनाया जाएगा. जिसमें बैल को सजाकर उसकी पूजा की जाती है. ये सब करने के बाद हल्के गर्म पानी से उन्हें नहलाया जाता है. नहाने के बाद बैलों के सींग को कलर करते हैं और उन्हें काफी अच्छे से सजाते हैं. उन्हें रंग-बिरंगे खूबसूरत कपड़े पहनाए जाते हैं. इन सबके अलावा फूलों की माला और अनेकों तरह से जेवर से उन्हें सजाया जाता है और साल भी ओढ़ाया जाता है.
बैल पोला के दिन बैलों के पुराने रस्सी को बदलकर नए रस्सी पहनाए जाते हैं. तथा उनके गले में खूबसूरत घंटी युक्त माला पहनाई जाती है. गांव के सारे लोग बैलों को सजाकर एक जगह पर इकट्ठा करते हैं, ताकि हर कोई हर किसी के बैल को देख सके. इसके बाद सब अपने-अपने बैलों की पूजा करते हैं और ढोल नगाड़े के साथ शोभायात्रा निकाली जाएगी. पोला त्यौहार के दिन घरों में महिलाएं गुझिया, पूरन पोली जैसे अनेकों तरह के खाने की चीजें बनाएंगी.
* साज-सजावट की सामग्री के बढे दाम
वृषभराज को सजाने के लिए लगने वाली सभी सामग्री के दाम बढने से इस साल पोला पर्व पर महंगाई का साया दिखाई दे रहा है. वृषभराज के पीठ पर डाले जाने वाले साल (झूल) की कीमत 1600 से 4500, रंगबिरंगी गोंडे 100 से 1200 रुपए, घुंगरूओं की माला 1100 से 2500 रुपए, सिंगसजावट सामग्री 150 से 250, कमरपट्टा 1200 से 2000 रुपए, घंटी 150 से 500 रुपए, ऑइल पेंट 1500 रुपए.
* उत्साह से मनाएंगे पोला
कुछ दिन पूर्व बारिश नदारद रहने से चिंता का वातावरण था, लेकिन अब बारिश के आगमन से चिंता दूर हो गई है. इसलिए बैलपोला उत्साह से मनाएंगे. पूरे साल भर हमारे सहायक रहने वाले वृषभराज के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करेंगे, ऐसी प्रतिक्रिया किसानों ने व्यक्त की.

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