श्री शिवाजी कॉलेज में युवा महोत्सव का शानदार उद्घाटन
179 महाविद्यालयों के 5 हजार विद्यार्थियों ने लिया सहभाग
शिवाजी कॉलेज को पहली बार मिला सम्मान
संगाबा विद्यापीठ का आयोजन
अमरावती – /दि.13 संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ के युवा महोत्सव का आयोजन श्री शिवाजी कॉलेज में किया गया. इस आयोजन का सम्मान शिवाजी कॉलेज को पहली बार प्राप्त हुआ. जिसका विधिवत उद्घाटन संगाबा विद्यापीठ के कुलगुरु डॉ. दिलीप मालखेडे की अध्यक्षता में शिवाजी शिक्षा संस्था पीडीएमसी परिसर के छत्रपति शिवाजी महाराज सभागृह में श्री शिवाजी शिक्षा संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख के हस्ते संपन्न हुआ.
इस अवसर पर कुलगुरु डॉ. दिलीप मालखेडे, विधायक सुलभा खोडके, श्री शिवाजी शिक्षण संस्था के कोषाध्यक्ष दिलीप इंगोले, शिक्षा सहसंचालक डॉ. केशव तुपे कुल सचिव डॉ. तुषार देशमुख, मुख्य संयोजक प्रा. रामेश्वर बिसे, विद्यार्थी विकास विभाग के संचालक डॉ. राजू बोरकर, महोत्सव के समन्वयक डॉ. सुभाष गावंडे, सहसमन्वयक डॉ. वैशाली देशमुख, चयन समिति अध्यक्ष डॉ. प्रफुल गवई उपस्थित थे.
उद्घाटक तथा श्री शिवाजी शिक्षण संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख ने अपने संबोधन में कहा कि, विद्यार्थियों को ऑनलाइन की दुनिया से बाहर आकर मानवी रिश्तों को बढाना चाहिए. कार्यक्रम अध्यक्ष कुलगुरु डॉ. दिलीप वानखडे ने कहा कि, विद्यापीठ का काम केवल शिक्षा देना ही नहीं बल्कि विद्यार्थियों के कला गुणों को प्रोत्साहित देना भी है. संगाबा अमरावती विद्यापीठ यह काम निरंतर कर रही है. शिक्षा सहसंचालक केशव तुपे ने कहा कि, समाज की वास्तविकता अपनी कला से प्रस्तुत कर समाज को दिशा देने का काम कलाकारों को करना चाहिए. वहीं विधायक सुलभा खोडके ने कहा कि, शिवाजी महाविद्यालय से विद्यार्थी के रुप में उन्हें जो उर्जा मिली है, उसी के बदौलत वे विधायक बन पायी.
श्री शिवाजी शिक्षण संस्था के कोषाध्यक्ष दिलीप इंगोले ने युवा महोत्सव को एक पर्व बताया. जिसके अंतर्गत अपने कलागुणों को प्रस्तुत किया जाता है. कुल सचिव डॉ. तुषार देशमुख ने भी अपने भाषण में विद्यार्थियों को उज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी. युवा महोत्सव में 179 महाविद्यालयों से लगभग 5 हजार विद्यार्थियों ने 27 कलाप्रकारों को प्रस्तुत कर उपस्थितों को मंत्रमुग्ध कर दिया. महोत्सव के दौरान श्री शिवाजी महाविद्यालय के पूर्व विद्यार्थी व प्रसिद्ध गजल गायक दिव्यांग मुकेश गोरले का अतिथियों के हस्ते शाल, श्रीफल प्रदान कर सत्कार किया गया. कार्यक्रम का संचालन डॉ. रमेश मिरगे ने किया व आभार समन्वयक डॉ. सुभाष गावंडे ने माना. कार्यक्रम के प्रारंभ में शिक्षा महर्षि डॉ. पंजाबराव देशमुख के पुतले को अभिवादन किया गया. विद्यार्थियों ने सभी अतिथियों का सत्कार ढोल-ताशे की गुंज में किया. समारोह में विद्यापीठ क्षेत्र परिसर के प्राचार्य, प्राध्यापक, अधिकारी, विद्यार्थी तथा नागरिक बडी संख्या में उपस्थित थे.