अमरावती

धारणी उपजिला अस्पताल में घोर लापरवाही

मरीज दर-दर भटकने के लिए विवश

निजी अस्पताल खोलकर सरकारी अस्पताल में की जा रही लापरवाही
पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
धारणी- दि. 22  धारणी उपजिला अस्पताल में घोर लापरवाही बरती जा रही है. सरकारी अस्पताल में नौकरी करने के बाद भी निजी अस्पताल खोलकर डॉक्टर सरकारी अस्पताल में समय नहीं दे रहे है. ऐसे ही एक पीडित गर्भवती महिला कल्याणी चिखलकर ने इसकी सीधे पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार को शिकायत की. उसपर पवार ने मुख्यमंत्री से चर्चा कर कार्रवाई करवाने का आश्वासन दिया.
धारणी के प्रभाग क्रमांक 9 नेहरु नगर में रहने वाली कल्याण तुषार चिखलकर ने विरोधी पक्ष नेता अजित पवार को सोैंपे ज्ञापन में कहा कि, वह 4 माह की गर्भवती है. शासन ने निर्धारित किये दिन को सोनोग्राफी के लिस सुबह 11 बजे गई थी, उनके साथ उनकी मां भी थी. सोनोग्राफी के समय डॉ. प्रिती शेंद्रे वहां पर उपस्थित नहीं थी. साथ में अन्य गर्भवती महिलाएं भी वहां थी. उनमें से एक मांडवा रोड धारणी की रहने वाली सोफिया खान भी उनके साथ उपस्थित थी. सुबह से दोपहर 2.30 बजे महिला डॉक्टर आयी. केवल 4 मरीजों को देखने के बाद अपने निजी अस्पताल मरीजों को देखने के लिए चली गई. अब पीडित महिलाओं ने वहां उपस्थित अलका नामक नर्स से विनंती की, परंतु नर्स ने भी उन्हें कहा कि, धारणी के मरीजों की जांच नहीं करेंगे, धारणी वाले वहां से निकल जाओ. शनिवार के दिन आना और ज्यादा जरुरी है तो भर्ती होन, बाद में हम देखेंगे क्या करना है. इस तरह से अभद्र व्यवहार किया.
आखिर परेशान होकर पीडित महिलाएं विधायक राजकुमार पटेल के पास दोपहर 3.40 बजे पहुंची. विधायक पटेल ने फोन पर जब फटकार लगाई तब सुबह आयी महिला की शाम 6 बजे जांच की गई. दिनभर तकलीफ से परेशान अपने इलाज के लिए महिला को भटकना पडा. महिला ने ज्ञापन में यह भी बताया कि, इसी तरह की लापरवाही की वजह से गंभीर मरीजों की जान जाती हेै. डॉ. प्रिती शेंद्रे का निजी अस्पताल तत्काल बंद कराया जाए, इस मांग को सुनकर विरोधी पक्षनेता अजित पवार ने मुख्यमंत्री से चर्चा कर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.

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