अमरावती

ग्रीटिंग कार्ड देने की परंपरा हो रही लुप्त

सोशल मीडिया के बढते उपयोग का असर

अमरावती/ दि.29 – एक दौर था जब बर्थ डे हो चाहे त्यौहारों पर एक दूसरे को ग्रीटिंग कार्ड देने की परंपरा थी. लेकिन अब यह परंपरा धीरे-धीरे लुप्त होती जा रही है. आकर्षक और दिल को छू लेनेवाले साफसुथरे ओर अच्छे संदेश वाले शुभकामनाएं पत्र यानि ग्रीटिंग कार्ड की अहमियत काफी मायने रखती है, लेकिन अब सोशल मीडिया के हावी हो जाने से ग्रीटिंग कार्ड की अहमियत अब कम होती जा रही है. अक्सर दीपावली के दौरान ग्रीटिंग का इंतजार करने वाले लोग अब स्मार्ट फोन पर मौजूद अप्लीकेशन वॉट्स एप पर भेजे जाने वाले संदेशों को देखकर संतुष्टी मानते है.
बता दें कि, दीपावली का त्यौहार देशभर में मनाया जाता है और यह त्यौहार प्रत्येक घर में खुशियां लाता है. देश का प्रत्येक व्यक्ति यह त्यौहार उत्साह के साथ मनाते है. इतिहास के पन्ने को पलटकर देखे तो पहले दीपावली त्यौहार की शुभकामनाएं ग्रीटिंग कार्ड के माध्यम से दी जाती थी. यह ग्रीटिंग कार्ड ऐन समय पर बाजार से खरीदे जाते या फिर कुछ लोग घर में ही आकर्षक ग्रीटिंग कार्ड बनाते थे. छात्रों को भी दीपावली की छुट्टियां लगने के बाद से छात्र भी घर में ही ग्रीटिंग कार्ड बनाते थे. जिससे उनमें छिपी प्रतिभा निखरती थी. ग्रीटिंग कार्ड में लिखा गया संदेश भी हाथ से ही लिखा होता था. इसलिए जिन लोगों को यह ग्रीटिंग देना है, उनके लिए यह ग्रीटिंग खरीदे जाते थे. दीपावली के 10 से 15 दिन पहले ही ग्रीटिंग डाक के जरिये अपने रिश्तेदारों, दोस्तों और करिबियों को भेजे जाते है. कभी दीपावली के बाद तो कभी दीपावली के दिन ही ग्रीटिंग कार्ड संबंधितों को मिलते थे. यह ग्रीटिंग कार्ड मिलने की खुशी भी काफी हटके होती थी. ग्रीटिंग का बेसब्री से इंतजार भी लोग करते रहते है. ग्रीटिंग कार्ड के माध्यम से आपसी प्रेम संबंधों का जतन किया जाता था, लेकिन अब बीते कुछ वर्षों से वॉट्स एप, टेलिग्राम, फेसबुक जैसे सोशल मीडिया व्दारा त्यौहार, उत्सव और जन्मदिन की शुभकामनाएं दिए जाने का ट्रेंड शुरु हो चुका है. जिसके चलते लोगों के दिल को छू लेने वाले ग्रीटिंग कार्ड की यादें अब लुप्त होती जा रही है.

शहर के शाम चौक, राजापेठ के आर्चिस गैलरी में ग्रीटिंग कार्ड की अलग-अलग वैरायटी देखने को मिलती थी. उसमें केवल दीपावली ही नहीं बल्कि प्रत्येक त्यौहार का ग्रीटिंग कार्ड रहता था. युवक, युवतियों सहित बडे-बडे प्रतिष्ठित लोग स्पेशल ग्रीटिंग कार्ड छपवाकर शुभकामना संदेश भेजते थे. जिससे रोजगार भी मिलता था, लेकिन अब मोबाइल के चलते ग्रीटिंग से मिलने वाला रोजगार भी छिन लिया है.
– ज्योती बंग, आर्चिस गैलरी

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