अमरावती

विवाह इच्छूक युवतियों की अपेक्षा बढने से उपवर दुविधा में

नौकरी वाले दूल्हे की शर्त सुशिक्षित युवकों के लिए सिरदर्द

अमरावती/दि.21– वर्तमान स्थिति में बेरोजगारी का प्रमाण बढा है. वहीं दूसरी तरफ विवाह इच्छूक युवतियों को नौकरी वाला दूल्हा ही चाहिए. यह शर्त सुशिक्षित युवकों के लिए सिरदर्द साबित हो रही है. युवती के पिता को भी अपेक्षा का बोझ सहन करते-करते परेशान होना पड रहा है. युवतियों ने भी बेवजह अपेक्षा नहीं रखनी चाहिए, ऐसी भी अब चर्चा होने लगी है.

एक समय दहेज प्रथा किसी भी युवति के पिता के लिए मुसिबत बनी हुई थी. अब यह प्रथा धीरे-धीरे कम होती रही तो भी युवती को नौकरी करने वाला दूल्हा चाहिए. यह शर्त सुशिक्षित युवकों के लिए सिरदर्द साबित हो रही है. अब तुलसी विवाह होने के बाद विवाह समारोह की शुरुआत होने वाली है. दिवाली होने के बाद वर-वधु देखने की श्रृंखला शुरु हुई है, लेकिन युवक से युवती की अपेक्षा काफी बढी हुई दिखाई देती है. वर्तमान के भागदौड और अनिश्चितता के दौर में अपनी बेटी का भविष्य उज्वल हो यह प्रत्येक युवती के माता-पिता की अपेक्षा रहती है. इसके मुताबिक उसके लिए युवक देखते समय वह अच्छा होना चाहिए यह अपेक्षा करना गलत नहीं है. लेकिन युवक का चयन करते समय समाज के लोगों का नजरिया गलत हो गया है. किसी भी युवक का चयन करने के लिए संबंधित युवक सरकारी नौकरी पर है अथवा नहीं, यह देखने के साथ ही वह कैसा है इस ओर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता.

लेकिन विवाह के बाद युवती को इसके परिणाम सहन करने पडते हैं. युवक कमाने वाला रहना चाहिए इसमें कोई गलत बात नहीं है, लेकिन सबसे पहले पैसा न देखते हुए वह युवक कैसा है, उसका बर्ताव, बातचीत, समाज में रहते अन्यों से उसका व्यवहार, युवती को समझ सकेगा अथवा नहीं इन सभी बातों का अच्छी तरह विचार करना उतना ही महत्व का है. दिनोंदिन तलाक होने की संख्या में भी बढोतरी हुई है. उसमें भी सुशिक्षित और नौकरीवालों के तलाक की संख्या अधिक है. इसका कारण केवल सरकारी नौकरी देखकर युवक-युवती का विवाह कर दिया जाता है. युवती की पसंद नापसंद का उतना विचार न किए जाने से युवती को बाद में परेशानी सहन करनी पडती है. युवती यदि थोडी बहुत पढी लिखी और सुंदर रही तो सरकारी नौकरी करनेवाले युवक की अकड रहती है. लेकिन दिनोंदिन शासकीय नौकरी का प्रमाण कम होता रहने से अनेक युवतियों को सरकारी नौकरी करनेवाला युवक मिलना कठिन है. इस कारण समय को देखते हुए युवक-युवती के विवाह का निर्णय लेना आवश्यक है.

 

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