अमरावती

३४ तहसील का भूजल स्तर बढा और २२ तहसील का घटा

संभाग की ५६ तहसीलों के सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार

अमरावती/प्रतिनिधि दि.१६ – मानसून से पहले भीषण ग्रीष्मकाल के मई माह में संभाग की ५६ तहसीलों में किए गये सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार ३४ तहसील का भुजल स्तर बढ़ा है. हालाकि २२ तहसीलों में यह स्तर घटा है. भूजल सर्वेक्षण विभाग द्वारा किए गये सर्वेक्षण के अनुसार अकोला के अधिकांश तहसीलों में पानी की लेवल घटी है. जबकि वाशिम के सभी तहसीलों का स्तर बढा है. यवतमाल में भूजल स्तर घटने बढने वाली तहसीलों की संख्या समान है.अमरावती और बुलढाणा जिले की अधिकांश तहसीलों में यह स्तर बढा है. इस सर्वे के भूजल स्तर के आंकडो की तुलना पिछले पांच वर्ष के भूजल स्तर से की जाती है. जिसके आधार पर स्तर बढने या घटने की रिपोर्ट बनाई जाती है.

  • ५ तहसीलों में २ मीटर तक जलस्तर बढा-

जिन ३४ तहसीलों में जलस्तर बढा है. इनमें २९ तहसीलों में ० से १मीटर तक बढोतरी दर्ज की गई है. जबकि पांच तहसीलों में १ से २ मीटर तक इजाफा हुआ है. यह सभी तहसील अमरावती जिले की नांदगांव खंडेश्वर, मोर्शी, वरूड, अंजनगांव सुर्जी, चिखलदरा है, जबकि जिन २२ तहसीलों में जलस्तर घटा है. इनमें १९ तहसीलों में ० से १ मीटर की गिरावट दर्ज की गई है. जबकि अमरावती जिले के चांदुर बाजार व अकोला जिले के तेल्हारा तहसील मेें १ से २ मीटर की कमी तथा संभाग में एकमात्र अमरावती जिले के दर्यापुर तहसील में २ से ३ मीटर तक जलस्तर कम हुआ है.

  • वरूड, मोर्शी ड्राई जोन से निकलने की उम्मीद

बीते कुछ वर्षो से अमरावती जिले के वरूड व मोर्शी तहसील में अपेक्षा से अधिक भूजल स्तर घटने के कारण इनका समावेश ड्राई जोन में किया गया था. लेकिन इस वर्ष की रिपोर्ट में वरूड तहसील मेें १.३८ मीटर तथा मोर्शी तहसील में १.८५ मीटर भूजल स्तर बढा है. यदि ऐसा ही सुधार प्रतिवर्ष रहा तो यह दोनों क्षेत्र ड्राई जोन से बाहर आने की उम्मीद लगाइ जा सकती है. जिससे संतरा उत्पादक किसानों को निश्चित ही राहत मिलेगी.

  • दो वर्ष की दमदार बारिश का प्रभाव

मई माह में भीषण गर्मी के कारण जमीनी जलस्तर निचले स्तर पर होता है. यही वजह है कि इस माह में सर्वेक्षण किया जाता है. संभाग के ५ जिले की ५६ तहसीलों मेंं किए गये इस सर्वे में लगभग ६० प्रतिशत तहसीलोंं में भूजल स्तर बढ़ा है. वर्ष २०१९ तथा वर्ष २०२० में हुई झमाझम बारिश के कारण यह भूजल स्तर बढने का अनुमान है. संभाग में प्रतिवर्ष लगभग ८५३ मिमी औसत बारिश अपेक्षित रहती है. वर्ष २०१९ में ८४०.५ मिमी बारिश हुई. जबकि वर्ष २०२० में ८७० मिमी बारिश दर्ज की गई. वर्ष २०२१ में भी मौसम विशेषज्ञों ने शानदार बारिश का अनुमान व्यक्त किया है. जिससे अगले वर्ष भूजल स्तर में और सुधार होने की उम्मीद है.

  • जिले के भूजल स्तर घटने व बढने वाली तहसीलों की संख्या

जिला कुल तहसील घटा बढा
अमरावती १४ ४ १०
अकोला ७ ६ १
वाशिम ६ ० ६
बुलढाणा १३ ४ ९
यवतमाल १६ ८ ८
कुल ५६ २२ ३४

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