
* बोअरवेल की संख्या भी जमकर बढी
* जिले में ड्रायझोन क्षेत्र में हो रही वृद्धि
अमरावती /दि. 26– खेती किसानी व घरेलू कामों के लिए बडे पैमाने पर भूगर्भीय जल का उपयोग किए जाने के चलते दिनोंदिन भूगर्भीय जलस्तर घट रहा है. जिले में विगत तीन वर्षों के दौरान औसत से अधिक बारिश हुई, जिसके परिणामस्वरुप जिले में भूगर्भीय जल स्तर में 0.80 मीटर की वृद्धि दर्ज की गई है. ऐसे में जहां एक ओर भूगर्भीय जल को लेकर सकारात्मक चित्र दिखाई दे रहा है वहीं दूसरी ओर जिले में ड्रायझोन क्षेत्र में वृद्धि हो रही है. जिसके चलते भविष्य के दृष्टिकोन से ड्रायझोन क्षेत्र वाले पट्टे में पहली प्राथमिकता के साथ भूजल का पुनर्भरण करने हेतु प्रयास करना बेहद आवश्यक हो चला है.
इसके साथ ही जलयुक्त शिवार जैसी योजनाओं के जरिए भूगर्भीय जल स्तर कम रहनेवाले स्थानों पर जलसंवर्धन के काम करते हुए बांध व तालाब में रहनेवाली गाद को निकालने व नए बांध बनाने जैसे काम किए जाने चाहिए. ताकि उसका फायदा भूगर्भीय जल स्तर को बढाने हेतु हो सके. इस काम के लिए जनसहभागिता भी बेहद महत्वपूर्ण है. विगत कुछ माह के दौरान जिले में भूगर्भीय जल की स्थिति को ध्यान में रखते हुए चिखलदरा, चांदुर रेलवे, धामणगांव रेलवे, नांदगांव खंडेश्वर व मोर्शी इन पांच तहसीलों के भूगर्भीय जलस्तर को कम कहा जा सकता है. वहीं भातकुली तहसील में भूगर्भीय जल स्तर की स्थिति स्थिर है. इसके अलावा अमरावती, अचलपुर, चांदुर बाजार, अंजनगांव सुर्जी, दर्यापुर एवं वरुड तहसीलों में भूगर्भीय जल स्तर में वृद्धि होने की बात विगत अक्तूबर माह के आंकडों को देखकर कही जा सकती है. विशेष यह है कि, जिले में विगत तीन वर्ष के दौरान औसत से अधिक बारिश होने के चलते जिले के औसत भूगर्भीय जल स्तर में 0.90 मीटर से वृद्धि हुई है.
* पांच तहसीलों में घटा भूगर्भीय जल स्तर
विगत कुछ वर्षों के दौरान ड्रायझोन का क्षेत्र बढने की वजह से भूगर्भीय जल स्तर के नीचे चले जाने का निष्कर्ष जीएचडीए द्वारा निकाला गया है. जिसमें चांदुर रेलवे, चिखलदरा, धामणगांव, मोर्शी व नांदगांव खंडेश्वर तहसीलों का समावेश है.
* चार तहसीलों में स्थिति बेहतर
जिले में विगत तीन वर्षों के दौरान औसत से अधिक बारिश हुई. जिसके चलते अचलपुर, चांदुर बाजार, अंजनगांव सुर्जी व अमरावती तहसीलों में भूगर्भीय जल स्तर में वृद्धि हुई है. ऐसे में इन चारों तहसीलों में भूगर्भीय जल स्तर को लेकर स्थिति बेहतर कही जा सकती है.
* जलसंवर्धन पर ध्यान देने की जरुरत
विगत तीन वर्षों के दौरान जिले में भूगर्भीय जल स्तर में 0.80 मीटर की औसत वृद्धि हुई है. हालांकि 14 में से 5 तहसीलों में जल स्तर घटा है. क्योंकि इन तहसील क्षेत्रों में भूगर्भीय जल का दोहन काफी अधिक हो रहा है. जिसके चलते ड्रायझोन क्षेत्र सहित अन्य तहसीलों में जलसंवर्धन को लेकर काम शुरु करने के साथ ही ऐसे कामों में जनसहभाग को बढाना आवश्यक है. भूगर्भीय जल स्तर में वृद्धि करने हेतु बारिश के पानी को भूगर्भ में पहुंचाने के लिए जलसंवर्धन के जरिए उपाय किए जाने पर निश्चित ही भूगर्भीय जल स्तर में वृद्धि हो सकती है.
* किस तहसील में कितना जलस्तर
तहसील जल स्तर (मीटर)
अचलपुर 3.51
अमरावती 0.16
अंजनगांव सुर्जी 1.02
भातकुली 0.59
चांदुर रेलवे 0.24
चांदुर बाजार 4.23
चिखलदरा 0.01
दर्यापुर 1.08
धामणगांव रेलवे 0.17
धारणी 0.05
मोर्शी 0.23
नांदगांव खंडे. 0.11
तिवसा 0.21
वरुड 1.06