ग्रुप कॅप्टन कांडलकर शौर्य पुरस्कार से सम्मानित
गुरूकुंज के वीरों का राष्ट्रपति द्बारा सम्मान
गुरूकुंज मोझरी/ दि. 11- झारखंड राज्य में देवघर जिले में त्रिकुट पर्वत पर तीन हजार फुट उंचाई के रोप वेवर केबल कार में अटके 37 में से 35 लोगों को सुरक्षित लाया गया. इस कामगिरी के संबंध में वायुसेना के ग्रुप कॅप्टन योगेश्वर कांडलकर को शौर्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया. राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज की कर्मभूमि से जुडे वीरों का दिल्ली के तख्तों ने सम्मान किए जाने से खुशी व्यक्त की जा रही है. े
त्रिकुट पर्वत पर तीर्थस्थल पर 10 अप्रैल 2022 को केबल कार हवा में अटक गए थे. भारतीय वायुसेना ने 46 घंटे रेस्क्यु ऑपेरशन करके 37 में से 35 पर्यटको को सुरक्षित जमीन पर लाया तथा दोनों की मृत्यु हो गई. इस कामगिरी संबंध में नाशिक में रहनेवाले ग्रुप कॅप्शन योगेश्वर कांडलकर सहित तीनों को मंगलवार को दिल्ली में राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू के हस्ते शौर्यपदक देकर सम्मानित किया गया. इस ऑपरेशन के लिए एमआय -17 व्ही 5 हेलिकॉप्टर का उपयोग किया गया.
रोप उंचाई पर जाकर 80 अंश का होता है. वहां पर ब्लेड रोप-वे वायर के संपर्क में न आकर हवा में हेलीकॉप्टर एक ही जगह पर स्थिर रखने की विशेष जिम्मेदारी योगेश्वर कांडलकर ने सफलतापूर्वक संभाली. इस अवसर पर एक -एक पर्यटको को बाहर निकालने में 30 से 35 मिनट लगते थे.
* गुरूकुंंज के सानिध्य में
मोझरी गांव के कृष्णाजी अवधुत महाराज के मंदिर में अवधुती भजन में सहभाग तथा वंदनीय राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज की सामुदायिक प्रार्थना अनेक बार योगेश्वर कांडलकर ने की. ऐसी जानकारी परिवार के सदस्य विपुल कांडलकर ने दी.