* गृहिणियों का आर्थिक बजट गडबडाया
अमरावती/दि.20– रूस व युक्रेन युध्द का परिणाम पेट्रोल व डीजल की दरवृध्दि के रूप में सामने आया और दिनोंदिन पेट्रोल व डीजल के दाम लगातारर बढ रहे है. जिसकी वजह से माल ढुलाई महंगी हो गई है और माल ढुलाई की दरें बढ जाने के चलते अनाज व किराणा सहित साग-सब्जी जैसे जीवनावश्यक वस्तुओं के दामों में भारी-भरकम इजाफा होना शुरू हो गया है. वहीं लगातार बढते गर्मी के मौसम दौरान तो मानो साग-सब्जी के दामों में आग लगी हुई है. जिससे गृहिणियों का आर्थिक बजट बुरी तरह से गडबडा गया है.
इस समय सब्जी बाजार में रहनेवाली तेजी का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि, कभी साग-सब्जियों की खरीददारी के समय एक-दो डंडी सम्हार मुफ्त में मिल जाया करती थी, आज वहीं सम्हारा 25 रूपये गड्डी के दाम पर बिक रही है. वहीं किसी समय 10-20 रूपये किलो की दर पर बिकनेवाले टमाटर के दाम अब 50 रूपये प्रति किलो की दर पर जा पहुंचे है. जिसे सुनकर ही ग्राहक टमाटर से ज्यादा लाल हो जाता है. इसके अलावा आलू, प्याज, मिरची, गवार, ककडी, भिंडी, बैगन, पत्तागोभी, फुलगोभी, कुम्हडा व सहजनफल्ली जैसी तमाम साग-सब्जियों के दाम बढ गये है. वहीं दूसरी ओर भोजन पकाने के काम में प्रयुक्त होनेवाली रसोई गैस के दामों में भी इजाफा हो गया है. ऐसे में हर ओर से बढती महंगाई के बीच घर कैसे संभाला जाये, इस समस्या से हर कोई जूझ रहा है.
* कुछ दिनों तक बनी रहेगी तेजी
स्थानीय थोक व फूटकर सब्जी विक्रेताओं के मुताबिक हरी साग-सब्जियों के अलावा आलू, प्याज व टमाटर जैसी कई सब्जियां बाहरी जिलों व अन्य प्रांतों से स्थानीय बाजार में लायी जाती है. जिनकी मालढुलाई पर काफी पैसा खर्च होता है. साथ ही इस समय भीषण गर्मी का दौर जारी रहने के चलते साग-सब्जियों की पैदावार भी अपेक्षाकृत रूप से बेहद कम हो रही है. ऐसे में अगले कुछ दिनों तक साग-सब्जियों के दामों तेजी बनी रहेगी.
साग-सब्जियों के दाम (प्रति किलो)
आलू – 20 रू.
प्याज – 18 रू.
भिंडी – 30 रू.
गवार – 30 रू.
ककडी – 20 रू.
पत्तागोभी – 20 रू.
ुुफुलगोभी – 40 रू.
टमाटर – 50 रू.
बैंगन – 20 रू.
सहजनफल्ली – 25 रू.