अमरावती

ईंटों पर भी लगा जीएसटी

घर बनाना हुआ मंहगा

* 1 अप्रैल से नए रेट लागू
अमरावती/ दि.13 – अब घर बनाना भी मंहगा हो गया है. निर्माण के लिए लगने वाली ईंटे व अन्य साहित्यों के जीएसटी रेट में 1 अप्रैल से वृद्धि लागू हुई है. जीएसटी परिषद में इस वृद्धि का निर्णय लिया गया था, जिस पर 1 अप्रैल से कार्यान्वयन शुुरु हो गया है. 31 मार्च को ही संबंधित अधिसूचना जारी हुई थी. जिससे निर्माण साहित्यों के दाम कई गुना बढ गए है.

* निर्माण क्षेत्र के लिए दो जीएसटी स्लैब
ईंट तथा निर्माण साहित्यों को इससे पहले मिलने वाला कंपोजिशन 1 अप्रैल से बंद किया गया है. इससे पहले कंपोजिशन योजना अंतर्गत डेढ करोड रुपए तक के सालाना टर्न ओवर के लिए 1 प्रतिशत दर से जीएसटी वसूला जाता था. लेकिन अब 5 प्रतिशत या 12 प्रतिशत ऐसे दो ही स्लैब जीएसटी क्षेत्र के लिए लागू किए गए है.

* 5 प्रतिशत के स्थान पर 12 प्रतिशत जीएसटी
मिट्टी से बनी ईंटें, फ्लाय ऐश निर्मित ईंटे, कवेलू आदि के लिए अब जीएसटी के नए रेट लागू है. इससे पहले संबंधित साहित्यों पर 5 प्रतिशत जीएसटी था उसे बढाकर 12 प्रतिशत कर दिया गया है.

* एक ईंट की किमत 8 रुपए
रेडि रेकनर के रेट बढाए जाने से ईंटों के रेट भी बढ गए है. जिले में तिवसा, अंजनगांव बारी, बडनेरा, पूर्णा नगर, दर्यापुर इन क्षेत्रों में ईंटों का उत्पादन बडे पैमाने में किया जाता है. यहां के ईंट उत्पादकों को अब ज्यादा जीएसटी भरना पडेगा जिससे अब मिट्टी से बनी इर्ंट 8 रुपए की तो, सिमेंट से बनी ईंट 6 रुपए की हो गई है.

* कोयला भी मंहगा हुआ
हम सिमेंट की ईंट बनाते है, लॉकडाउन के बाद कच्चे माल के दर बढ गए है. सिमेंट, गिट्टी, डस्ट की किमतें भी बढ गई है साथ ही मजदूरी भी बढाकर देनी पड रही है.
– पुर्णेदु सुहास गभने, ईंट उत्पादक नांदगांव पेठ

* रॉयल्टी मंहगी हुई
विगत कुछ वर्षो में 5 हजार 500 रुपए टन रहने वाला कोयला अब 12 हजार 100 रुपए टन हो गया है. कच्चा माल रॉयल्टी बढने से ईंटों के रेट बढ गए है. वर्तमान में मिट्टी एक ईंट 8 रुपए की एक हो गई है.

Related Articles

Back to top button