अमरावती

विघ्नहर्ता के मूर्तियों पर जीएसटी का विघ्न

रंग, सजावट के दाम बढने का असर

* 30 प्रतिशत से बढे मूर्तियोें के दाम
अमरावती/दि.5 – बढती महंगाई व जीएसटी की मार से इस वर्ष का गणेशोत्सव भी अछूता नहीं रहा है. इस वर्ष के गणेशोत्सव को अभी केवल एक महिने का समय शेष रह गया है. लेकिन अभी तक बाप्पा की मूर्तियां अपेक्षा अनुरुप तैयार ही भी हो पायी है. इस वर्ष मूर्ति निर्माण का काम देरी से शुरु हुआ. दूसरी ओर मूर्तियां बनाने के लिए लगने वाली सभी साहित्यों पर जीएसटी के कारण मूर्तियों के दाम 30 प्रतिशत से बढ गये है. रंग व सजावट को लगने वाले साहित्यों के दाम बढने का असर मूर्तियों के दाम पर हुआ.
मूर्ति बनाने के लिए लगने वाले साहित्य व सजावट के सामानों पर 5 से 12 प्रतिशत जीएसटी लगाया गया है. अमरावती शहर में 200 से अधिक श्रीमूर्ति कारागिर है. शहर में निर्मित मूर्तियां अन्य महानगरों समेत कई राज्यों में भी भेजी जाती है. अमरावती के कुछ मूर्तिकारों द्बारा निर्मित मूर्तियां विदेश भी भेजी जाती है. शहर में 6 इंच से लेकर 12 से 15 फिट तक की उची गणेश मूर्तियां तैयार होती है. मूर्तियों के निर्माण मेें लगने वाले शाडू मिट्टी पर 5 प्रतिशत, पीओपी पर 12 प्रतिशत, जीप्सम पर 5 प्रतिशत जीएसटी लगाया गया है. मूर्ति बनाने के लिए लगने वाले मिट्टी, प्लास्टर ऑफ पैरिस, जीप्सम, रंग समेत आईल पेंट, वॉटर कलर पर भी 5 से 18 प्रतिशत जीएसटी रहने के कारण इस वर्ष मूर्तियां बनाने में लगने वाला लागत खर्च बढ गया है. जिससे मूर्तियां महंगे दाम पर बेचनी पडेंगी, ऐसा शहर के मूर्तिकारों ने बताया. इस वर्ष हर वर्ष की तुलना में कम मूर्तियां बनेंगी. जिससे मूर्तियों की किल्लत होने की संभावना भी मूर्तिकारों ने जताई.

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