स्क्यूरिटी छोड वाहनों की हवा छोडने में लगे है गार्ड
इर्विन अस्पताल के गार्डो की दबंगाई से आम नागरिक हो रहे परेशान
अमरावती/दि.12– आम तौर पर किसी संस्था या प्रतिष्ठान में स्क्यूरिटी गार्ड वहां की सुरक्षा हेतु तैनात किए जाते है. किंतु गार्ड अपना मुल कार्य छोड़ अन्य कार्य में जुटे रहे तो संस्था सहित वहां आने वाले आम नागरिक भी परेशान हो जाते है. ऐसा ही नजारा इन दिनों इर्विन अस्पताल में नजर आ रहा है. जहां के स्क्यूरिटी गार्ड अस्पताल की सुरक्षा को छोड यहां पर मरीजों को लाने वाले उनके परिजनों की दोपहिया वाहनों की हवा छोडने में ही व्यस्त दिखाई पड रहे है. जिसके कारण मरिजों सहित उनके परिजनों को एक और परेशानी से दो चार होना पड रहा है.
शहर का सबसे बडा सरकारी अस्पताल कहे जाने वाला जिला सामान्य अस्पताल (इर्विन अस्पताल) हमेशा ही किसी न किसी कारण से चर्चा में बना ही रहता है. इन दिनों यहां के स्क्यूरिटी गार्डो के कारण यह अस्पताल चर्चा में बना हुआ है. अस्पताल में सोमवार से शनिवार ओपीडी में विभिन्न तरह की बीमारियों का इलाज कराने व परामर्श लेने के लिए मरीज व उनके परिजन पहुंचते है. ऐसे में कई मरीज बुर्जुग होने के कारण चल नहीं पाते है तो मरीज के साथ आए परिजन उन्हें ओपीडी की सिढीयों पर छोड वही किसी नजदीकी जगह पर अपने वाहन खडे कर देते है. किंतु यह सब यहां पर तैनात स्क्यूरिटी गार्डो और साईकिल स्टैंण्ड ठेकेदार को नहीं भाता. जिसके चलते साईकिल स्टैंण्ड ठेकेदार के कहने पर इर्विन अस्पताल की सुरक्षा करने वाले गार्ड अस्पताल की सुरक्षा छोड वाहनों की हवा छोडने में व्यस्त नजर आते है. गार्डो का झुंड का झुंड मरिजों के साथ आए व्यक्तियों के वाहनों की हवा छोड देते है. इन गार्डो को न तो अस्पताल प्रशासन का भय है और न ही यह के सीएस का. उस पर वे उपर से आर्डर आने की बात कहकर मरिजों के साथ आए व्यक्ति के वाहन की हवा छोड उन्हें परेशानी में डाल देते है. यह कार्य अब रोज का हो चुका है. गुरुवार को भी इसी कार्य के चलते अस्पताल में आए दर्जनों लोगों को अपने वाहनों की हवा निकल जाने के कारण दूर तक गाडियां ढकेलते हुए ले जाना पडा. वही सुरक्षा गार्डो व्दारा दिखाई जा रही दबंगाई से नागरिक परेशान होना पडा.
सीसीटीवी में कैद हुई करतूत
गुरुवार को सुरक्षा गार्डो व्दारा इर्विन कैम्पस में खडे वाहनों की हवा छोडे जाने की करतूत यहां परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों में साफ कैद हुई है. जिसके कारण नागरिकों में इन सुरक्षा गार्डो के प्रति नाराजगी देखी जा रही है.
अस्पताल की सुरक्षा का कोई ख्याल नहीं
बता दें कि अस्पताल में निजी कंपनी व्दारा तैनात किए गए यह दर्जनों स्क्यूरिटी गार्ड अस्पताल की सुरक्षा को छोड अब सिर्फ वाहनों की हवा छोडने में व्यस्त दिखाई देते है. इर्विन अस्पताल में जरनल ओपीडी का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक रहता है. इस दौरान पुरे सप्ताह भर विभिन्न बीमारियों का इलाज करवाने के लिए यहां मरीजों व खास कर जेल व पीसीआर में कैद कैदियों को लाया जाता है. जिसके कारण कई वार्डो के सामने व टिकट खिडकी में भारी भीड रहती है. किंतु यहां पर तैनात स्क्यूरिटी गार्ड इस भीड को संभालने का छोड, गाडियों की हवा छोडने में मशगुल दिखाई देते है. यह भी चर्चा का विषय बन रहा है.
कई बार डॉक्टरों पर हुए है हमले
विशेष तौर पर इर्विन अस्पताल में किसी बात पर गुस्साए परिजनों व्दारा डॉक्टरों पर हमले होने के कारण प्रशासन व्दारा खासतौर पर सुरक्षा गार्डो की तैनाती की गई है. सुबह के समय कई डाक्टर अस्पताल के अनेक वार्डो में राऊंड में रहते है. ऐसे में कई बार सुरक्षा की दृष्टी से डॉक्टरों के साथ स्क्यूरिटी गार्डो का रहना अत्यंत आवश्यक होता है. किंतु यह स्क्यूरिटी गार्ड डॉक्टरों की सुरक्षा छोड किसी अन्य कार्य में व्यस्त रहते दिखाई पडते है. ज्ञात हो कि इसके पूर्व भी अस्पताल में ड्यूटी पर रहने वाले डॉक्टरों पर हमला हुआ है, ऐसे समय में यह स्क्यूरिटी गार्ड किनारा करते हुए नजर आते है. जिसके कारण कई बार डॉक्टरों की जान पर बन आती है.
साईकिल स्टैण्ड पर शराबियों का डेरा
अस्पताल में आने वाले मरीजों के साथ उनके परिजनों के लिए इर्विन में साईकिल स्टैण्ड की व्यवस्था है. मगर कई बार गडबडी में या किसी कारण वश मरीजों के साथ आए व्यक्ति व्दारा साईकिल स्टैण्ड की बजाए स्टैण्ड की दिवार से अपने वाहन लगाकर खडे करने पर साईकिल स्टैण्ड के कुछ नशे में धुत कर्मचारी लोगों से बहसबाजी करते है. यही नहीं तो अस्पताल में आने वाले लोगों से कालर पकड कर गाली गलौज करते है. जिसके कारण इर्विन प्रशासन के खिलाफ नागरिकों की नाराजगी भी देखी जा सकती है. वही साईकिल स्टैण्ड में कई बार जगह न रहने के कारण लोग -बाग अपने वाहन कहां लगाए यह भी समस्या बनती है.
ग्रामीण के नागरिक अधिक परेशान
किसी दुर्घटना या अन्य काम से इर्विन में जिले भर के ग्रामीण क्षेत्रों से नागरिक पहुंचते है. किंतु पहली बार आने या कुछ न समझ आने से वे वाहन साईकिल स्टैण्ड में इधर उधर लगा देते है. जिससे गुस्साएं साईकिल स्टैण्ड में नशेडी कर्मचारी गाली-गलौज करते नजर आना यह हर रोज की बात हो चुकी है.
बुधवार गुरुवार को रहती है अधिक भीड
बता दें कि इर्विन अस्पताल में बुधवार को दिव्यांग प्रमाण पत्र लेने के लिए अस्पताल में विशेष कैंप लगता है. जिसके कारण जिले भर के अनेक गांवों से आने वाले दिव्यांगो की भीड रहती है. इसी तरह गुरुवार को भी मरीजों की काफी भीड रहती है. जिसके कारण कई दिव्यांग दोपहिया वाहनों पर अपने परिजनों के साथ अस्पताल में आते है. मगर सुरक्षा गार्डो व्दारा वाहनों की हवा छोड देने के कारण दिव्यांगो सहित मरीज व उनके परिजनों को परेशानी झेलनी पडती है.