अमरावती

किसानों को संवर्धित कृषि-शून्य मशागत तकनीकी ज्ञान संबंध में मार्गदर्शन

कसबेगव्हाण, घोडसगांव, चिंचोली शिंगणे गांव के किसान एकत्रित

अंजनगांव सुर्जी/ दि. 22- बदलते मौसम में बदलाव अनुकूल, कम समय में अतिवृष्टि के कारण होनेवाली जमीन की धूप कम करने खेत का खर्च कम करने तथा जमीन का सेंद्रीय स्तर बढाना इसके लिए वैश्विक बैंक और महाराष्ट्र शासन की महत्वपूर्ण योजना नानाजी देशमुख कृषि संजीवनी प्रकल्प द्बारा संवर्धित शेती शून्य मशागत तकनीकी ज्ञान का प्रचार व प्रसार किया जा रहा है.
इस उद्देश्य से तहसील के प्रयोगशील किसान नरेंद्र शिंगणे रहेंगे. चिंचोली शिंगणे के गांव कसबेगव्हाण में खेत में इस साल से शून्य मशागत खेती करने के लिए रूंद सरी, बरंबे तैयार किए गए है. नानाजी देशमुख कृषिसंजीवनी प्रकल्प के तंत्रज्ञान समन्वयक रूपेश हरणे ने उपस्थित किसानों को शून्य मशागत तंत्रज्ञान के फायदे व महत्व इस संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी. उसी प्रकार प्रयोगशील किसान नरेंद्र शिंगणे ने शून्य मशागत अभ्यास दौरे में अपने अनुभव बताए.
कसबेगव्हाण के सरपंच शशिकांत मंगले ने यह तकनीकी ज्ञान अपने भाग में बढाने के लिए निश्चित प्रयास करने का इस समय बताया. इस मौके पर कसबेगव्हाण, घोडसगांव, चिंचोली शिंगणे के प्रयोगशील किसान उपस्थित थे.

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