गुलाबराव महाराज असामान्य और अलौकिक संत : हभप नयना कडू
बोराला में गीता जयंती महोत्सव
* भक्तों की उमड रही भीड
चांदूर बाजार/दि.9-उम्र की 9 वर्ष की आयु में अंधत्व आने के बाद भी संपूर्ण विश्व का अभ्यास करने वाले गुलाबराव महाराज असामान्य और अलौकिक संत थे. 20 वीं सदी के संत श्री गुलाबराव महाराज ने केवल 34 साल तक जीवन जीया. उन्होंने अपने 34 वर्षों के जीवन में 134 ग्रंथ लिखे, जो आज की जीवनशैली के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. ईश्वर के इस अवतार ने अपने जिले में जन्म लेना, यह हमारा सौभाग्य है, इस आशय का कथन ह.भ.प नयना बच्चू कडू ने किया. संत श्री गुलाबराब महाराज सेवा संस्थान बोराला द्वारा आयोजित गीता जयंती महोत्सव में नयना कडू ने गुलाब गौरव कथा के माध्यम से अपने विचार व्यक्त किए. 5 दिसंबर से 12 दिसंबर दौरान भक्तिधाम चांदूर बाजार में गीता जयंती महोत्सव का आयोजन किया है. दोपहर 2 से 5 बजे तक कथा वाचन व श्रवण का लाभ भक्तगण ले रहे है. हभप नयना कडू ने संत गुलाबराब महाराज पर पीएचडी की है. संत गुलाबराव महाराज का भक्त परिवार अमरावती जिले सहित संपूर्ण राज्य में राज्य के बाहर भी है. गीता जयंती महोत्सव व गुलाब गौरव कथा सुनने के लिए भक्तों की भीड उमड रही है. ह.भ.प.नयना बच्चू कडू ने संत गुलाबराव महाराज के अनेक संदर्भ और अध्यात्म सरल भाषा में भक्तों के सामने रखा. जिन अध्यात्मिक विषयों की जानकारी भक्तों को नहीं, उसे भी सरल भाषा में हभप नयना कडू ने भक्तों के सामने रखा. हजारों भक्तगण गुलाब गौरव कथा श्रवण का लाभ ले रहे है.