वर्चस्व विवाद से रामनगर में गुंडाराज, दो गुट आमने-सामने
१० लोगों के खिलाफ मामला दर्ज, १ गिरफ्तार
वर्धा / दि.२९- महापुरूषों के स्पर्श से पवित्र तथा बापू की कर्मभूमि रहने वाले जिले के रूप में वर्धा जिले की पहचान है. बापू हमेशा अहिंसा के मार्ग पर चले. इसलिए शांतिप्रिय जिले के नाम से वर्धा की पहचान है. लेकिन आज वर्चस्वविवाद और भाईगिरी के कारण शांतिप्रिय जिले को अशांत करने का कारनामा कुछ असामाजिकतत्वों द्वारा किया जा रहा है. सोमवार २६ दिसंबर को रामनगर परिसर में ऐसी एक घटना घटित हुई. दो सशस्त्र गुट आमने-सामने आने से तलवार और चाकू निकले. दोनो गुट के युवा गंभीर घायल हुए. रामनगर में फिरएकबार गुुंडाराज बढ़ गया है. रामनगर पुलिस ने दोनो गुटों के १० लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. तथा विशाल रमेश बादलमवार नामक आरोपी को गिरफ्तार किया है. तथा खुशाल किसन राऊत नामक युवक गंभीर घायल होने से उस पर नागपुर के अस्पताल में इलाज किया जा रहा है, यह जानकारी पुलिस ने दी. तथा अन्य गुट के घायल रवि वाघाडे पर सामान्य अस्पताल में इलाज चल रहा है.
तडीपार करने का प्रस्ताव
दोनो आपराधिक गुट के सदस्यों के खिलाफ रामनगर और वर्धा पुलिस थाना में अनेक अपराध दर्ज है. इसलिए तुषार बादलमवार, अमोल गेडाम, रिहांश राजपूत के खिलाफ एमपीडीए का प्रस्ताव तैयार किया है. प्रस्ताव मंजूरी के लिए इसके पूर्व ही भेजा गया है. इस पर अब तक अंतिम निर्णय नहीं हुआ है.